मंदसौर: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार प्रातः 6:30 बजे मंदसौर और झाबुआ के अधिकारीयों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने यह जाना कि प्रदेश तथा केंद्र सरकारों की योजनाओं का क्रियान्वयन जमीन पर कैसे हो रहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस के चलते जलसंकट को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पानी नहीं बचाया तो बड़े जलसंकट का सामना करना होगा। सीएम शिवराज ने ढाई घंटे चली बैठक में सबसे पहले मंदसौर जिले की समीक्षा की। पेयजल के हालात को लेकर पूछे सवाल पर कलेक्टर ने बताया कि पेयजल की हालत संतोषजनक है। कहीं संकट नहीं है। नए बोर प्रतिबंधित है। कुछ एक जगहों पर मांग के मुताबिक, परिवहन किया जा रहा है। नल-जल योजना के तहत 192 प्रोजेक्ट काम कर रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जहां नल-जल योजनाएं बेहतर नहीं चल रही उनका रिव्यू कराएंगे। सीएम ने सीतामऊ नलजल योजना के सिलसिले में शिकायत आने पर कंपनी को भुगतान न करने के निर्देश दिए। सीएम ने जलाभिषेक अभियान में जनसहयोग लेने को कहा। उन्होंने कहा कि हमें जनता को एकजुट करना चाहिए। पानी को बचाए नहीं तो भविष्य में बड़ा जलसंकट का सामना करना पड़ेगा। सीएम शिवराज ने पीएम आवास योजना ग्रामीण की भी जानकारी ली। उन्होंने बोला कि योजना में अपात्रों को न जोड़ें। यदि जोड़े गए हैं तो उन पर कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अफीम तथा डोडाचूरा की वजह से अंतरराष्ट्रीय तस्कर सक्रिय रहते हैं। मेरे निर्देश है कि कड़ाई से कुचल दो। सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं होती है। उन्हें आपसी सामंजस्य से पहले ही निपटाएं। लव जिहाद, धर्मांतरण, पशु तस्करी के मामलो को गंभीरता से लें। गुंडे बदमाश, माफिया पर कार्रवाई जारी रहे। साथ ही झाबुआ जिले के अफसरों को सीएम ने निर्देश दिए कि समाज तोड़ने की गतिविधियों को निर्मूल करें। बच्चों को अपने साथ जोड़ें, क्योंकि उन्हें भ्रमित किया जाता है। हम समाज का वो तबका है, जो सोचता है तथा जिसके पास अधिकार होते हैं। झाबुआ में कई प्रकार के ऐसे संगठन हैं जो समाज को तोड़ रहे हैं। उन्हें हमें रोकना है। क्या अखिलेश यादव के 'बुरे दिन' शुरू हो गए ? सपा प्रमुख को छोड़ सीक्रेट मीटिंग कर रहे शिवपाल और आज़म हिन्दू धर्म अपनाने के बाद सन्यास लेंगे वसीम रिजवी, आनंद स्वरूप ने कही ये बड़ी बात सड़क पर हाथ ठेला लेकर निकलेंगे CM शिवराज, इस कारण जनता के सामने फैलाएंगे हाथ