आज सावन महीने का चौथा और आखिरी सोमवार है, कल रात से ही भगवान शिव के मंदिरों में अभिषेक की तैयारियां शरू कर दी गई थी. पिछले तीन सोमवार की तरह इस सोमवार भी सुबह से भगवान शिव के मंदिर में भक्तों की लम्बी कतार लगी हुई है. शिवभक्त भोलेनाथ को भांग, गन्ने का रस, दूध, पंचामृत, सहित अन्य सामग्री से अभिषेक करेंगे. जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भगवान शिव सावन के महीने में सबसे अधिक प्रसन्न रहते हैं और इस महीने में आने वाले सारे सोमवार को ख़ास माना गया. सावन का चौथा सोमवार दिलाएगा राजयोग सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा करने से किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य की समस्या हो, विवाह में कठिनार्इ आ रही हो, या आर्थिक संकट जैसी हर समस्या दूर हो जाती हैं. आज सावन के आखिरी सोमवार को आप साफ लोटे में जल भरकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें, इसके बाद शिव मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. हर सोमवार की तरह आज फिर हम लेकर आये हैं आपके लिए देश भर के प्रसिद्ध शिव मंदिरों की अभिषेक की तस्वीरें... सावन के चौथे सोमवार ऐसे करें भगवान शिव की पूजा वाराणसी : हर सोमवार की तरह आज भी वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई हैं, शिव दर्शन और अभिषेक के लिए भक्त लम्बी कतार लगाए हुए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. खबरों की माने तो मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को 300 रुपये शुल्क अदा कर वीआइपी दर्शन के लिए शनिवार की रात स्पेशल टिकट पर बिना कतार दर्शन की व्यवस्था ट्रायल पर शुरू की हैं. दिल्ली : चांदनी चौक के गौरी शंकर मंदिर में भगवान शिव के मंदिर को खूबसूरत फूलों से सजाया गया हैं, ऐसा कहा जाता है कि गौरी शंकर मंदिर लगभग 800 साल पुराना मंदिर है. यह मंदिर भारत के शैव सम्‍प्रदाय के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है इस मंदिर में विराजमान भगवान शिव के दर्शन महज से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. उज्जैन : महाकाल की नगरी के नाम से दुनियाभर में प्रसिद्ध उज्जैन के शिव मंदिर में भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ हैं, महाकालेश्वर मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, यहां हर सोमवार भक्तों का तांता लगा रहता है और कुंभ के दौरान यहां भीड़ और भी अधिक बढ़ जाती है. ये भी पढ़े Sawan 2018 : सावन के तीसरे सोमवार मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का जमावड़ा सावन में दिखे ये पक्षी तो होता है लाभ सावन के चौथे सोमवार ऐसे करें भगवान शिव की पूजा