सावन का महीना है और इस महीने में शिवरात्रि का पर्व आज और कल मनाया जाने वाला है। कहा जाता है सावन माह की शिवरात्रि के दिन व्रत ,पूजन के साथ ही भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत मंगलकारी माना गया है। वहीं पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महादेव शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे और उसके बाद से हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष फलदाई माना गया है। कहा जाता है शिवजी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन जलाभिषेक,रुद्राभिषेक,दुग्धाभिषेक करने के साथ-साथ पंचामृत से भोलेनाथ का अभिषेक कर भक्त सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। हालाँकि कुछ पत्ते ऐसे भी हैं जिन्हें इस दिन शिवजी को अर्पित करके आप अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं। आज हम आपको उन्ही के बारे में बराने जा रहे हैं। बेलपत्र- बेलपत्र भगवान शिव के तीनों नेत्रों का प्रतीक माना गया है। कहा जाता है शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती को एक साथ बेल पत्र चढ़ाने से आपको सुख-समृद्धि,धन-ऐश्वर्य और शांति मिलती है। भांग के पौधे का पत्ता- कहते हैं शिवलिंग पर भांग चढ़ाने से हमारे मन के विकार और बुराइयां दूर होती हैं। जी दरअसल भांग एक औषधि है और ऐसी मान्यता हैं कि जब शिव जी ने विष का पान किया था तब जहर का जहर से उपचार करने के लिए भांग के पत्ते देवताओं ने शिवजी पर चढ़ाए थे। शमी पत्र- कहते हैं शमी के पत्ते शनिदेव को बहुत प्रिय हैं, हालाँकि ये पत्ते शिवलिंग पर भी चढ़ाए जाते हैं। शिवलिंग पर अभिषेक करने के बाद शमी के पत्ते चढ़ाएं क्योंकि ऐसा करने से भोलेनाथ के साथ-साथ शनिदेव की कृपा भी बनी रहेगी। दूर्वा- धार्मिक मान्यता के अनुसार दूर्वा में अमृत का अंश होता है। जी हाँ और भगवान शिव और उनके पुत्र गणेश जी को दूर्वा बेहद प्रिय है। कहते हैं भगवान शिव को दूर्वा अर्पित करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है। हर-हर शम्भू ! PAK क्रिकेटर ने दी 'सावन' की शुभकामनाएं, क्या किसी भारतीय खिलाड़ी ने दी बधाई ? इस मंदिर के नाम पर है इंदौर का नाम, दर्शन करने से मिलता है सफ़ेद दाग से छुटकारा VIDEO! सबके सामने ये क्या बोल गई राखी सावंत, शरम से लाल हुए बॉयफ्रेंड आदिल