17 जुलाई से सावन की शुरुआत होने वाली है. सावन मतलब भोले बाबा का मास. इस पूरे महीने श्रद्धालु बाबा भोले नाथ की पूजा आराधना करते हैं और अपना मनचाहा वर पाते हैं. इस बार सावन माह में इस बार कई शुभ संयोग बन रहे हैं. इस बार सूर्य प्रधान उत्तराषाढ़ा नक्षत्र से सावन माह की शुरुआत हो रही है. इस दिन कुंभ योग भी बन रहा है. सावन में चार सोमवार पड़ेंगे. चलिए जानते हैं उन योगों के बारे में. सावन के महीने के बाद स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को व रक्षाबंधन भी एक ही दिन मनाया जाएगा. भगवान शिव की आराधना का माह सावन इस बार पूरे तीस दिन तक चलेगा. सावन माह में पंच महायोग के संयोग में मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. इस बार सोमवार को नागपंचमी पांच अगस्त को मनाई जाएगी. नागपंचमी के दिन चंद्र प्रधान हस्त नक्षत्र और त्रियोग का संयोग बन रहा है. सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग यानी त्रियोग के संयोग में काल सर्प दोष निवारण के लिए पूजा करना फलदायी होता है. बताया जा रहा है, लंबे समय के बाद सावन में कई बड़े संयोग बन रहे हैं. इसके अलावा एक अगस्त को हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बनने वाला है. जो 125 साल बाद आएगा. इस दिन पहला सिद्धि योग, दूसरा शुभ योग, तीसरा गुरु पुष्यामृत योग, चौथा सर्वार्थ सिद्धि योग और पांचवां अमृत सिद्धि योग का संयोग है. पंच महायोग के संयोग में कुल देवी-देवता तथा मां पार्वती की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. साथ ही प्रकृति के हरे-भरे रहने की संभावना है. इस बार पड़ने वाले सोमवार है. 22 जुलाई - सावन का पहला सोमवार, 29 जुलाई - सावन का दूसरा सोमवार, 05 अगस्त - सावन का तीसरा सोमवार, 12 अगस्त - सावन का चौथा सोमवार सावन 2019: जानिए कब से शुरू हो रही है कांवड़ यात्रा, क्या है इसकी महत्ता 17 जुलाई से प्रारंभ हो रही कांवड़ यात्रा, सीएम कमलनाथ ने प्रशासन को दिए निर्देश