नए साल के आने के बाद बैंक ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी लाया है लेकिन इसी के साथ कुछ घाटे की खबर भी है। जी दरअसल खुशखबरी इस वजह से है क्योंकि कुछ बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD rate) के रेट बढ़ा दिए हैं जिससे ग्राहकों की कमाई थोड़ी बढ़ जाएगी। अब इसी में घाटे की खबर भी सामने आ गई है, जो यह है कि कुछ बैंकों ने अपनी सेवाएं महंगी (Banking charges hike) कर दी हैं जिसके चलते ग्राहकों को पहले से ज्यादा पैसे भुगतने होंगे। जी दरअसल आईसीआईसीआई बैंक ने जहां क्रेडिट कार्ड चार्ज (Credit card charge) को बढ़ा दिया है, तो पंजाब नेशनल बैंक ने भी सेवाएं महंगी कर दी हैं। आपको बता दें कि कोरोना काल में कई बैंकों का मुनाफा देखा जा रहा है और बैंकों की कमाई खूब बढ़ी है। सबसे खास ऑनलाइन सर्विस तेज होने के चलते। ऐसे में अब बैंकों ने इस मुनाफे को ग्राहकों में बांटने का फैसला किया है। यही वजह है कि अभी हाल में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) ने अपनी ब्याज दरों को संशोधित किया है जिससे ग्राहकों को फायदा मिल रहा है। बैंकों ने बढ़ाए एफडी रेट- आप सभी को बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर अपनी ब्याज दरों में 10 बेसिस पॉइंट (बीपीएस) तक की बढ़ोतरी की है। जी हाँ और यह ब्याज दर 2 करोड़ रुपये से कम की FD पर लागू है और नई दर 15 जनवरी 2022 से प्रभावी है। वहीँ दूसरी तरफ SBI की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 1 से 2 साल से कम अवधि के लिए एफडी पर ब्याज दर 5.0 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.1 प्रतिशत कर दी गई है। जी दरअसल बैंक ने इस साल से अलग की FD पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। वहीं एसबीआई के साथ एचडीएफसी बैंक ने एफडी पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। जी दरअसल एचडीएफसी बैंक में 2 साल से 3 साल में मैच्योर होने वाली FD अब 5.20% रिटर्न देगी। वहीं बैंक ने 3 साल से 5 साल में मैच्योर होने वाली जमाओं पर ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी की है और इन जमाओं पर 5.40%, 5 वर्ष से 10 वर्ष तक की मैच्योरिटी अवधि वाली जमाओं पर 5.60% ब्याज दिया जाएगा। इसी के साथ बैंक ने अन्य अवधि की FD पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। बीते 12 जनवरी 2022 से शुरू होने वाली FD पर ब्याज की संशोधित दरें लागू हैं। बात करें कोटक महिंद्रा बैंक के बारे में तो इसने भी अलग-अलग पीरियड के लिए FD पर ब्याज दर में वृद्धि की है। यहाँ संशोधन के बाद 7 से 30 दिनों, 31 से 90 दिनों और 91 से 120 दिनों में मैच्योर होने वाली FD के लिए Kotak Mahindra Bank क्रमशः 2.5%, 2.75% और 3% की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है। यह संशोधित दरें 6 जनवरी 2022 से लागू हैं। इन बैंकों की महंगी हुई सर्विस- हर महीने फ्री विड्रॉल सीमा से अधिक एटीएम निकासी को लेकर नया नियम लागू हो चुका है और बैंक 1 जनवरी, 2022 से एटीएम लेनदेन पर बढ़े हुए शुल्क लगा वसूल रहे हैं। आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों को प्रति लेनदेन 21 रुपये चार्ज करने की अनुमति दी है अगर ग्राहक फ्री लिमिट से अधिक ट्रांजैक्शन करते हैं। वहीं मुफ्त एटीएम लेनदेन की संख्या अपने एटीएम में 5 और दूसरे से तीन निर्धारित है। जी दरअसल यह मेट्रो शहरों के लिए नियम है और इससे अधिक निकासी पर अलग से 21 रुपये प्लस जीएसटी देना होगा। वहीं दूसरी तरफ पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने 15 जनवरी, 2022 से बैंक द्वारा दी जाने वाली अलग-अलग सेवाओं के चार्ज में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। जी दरअसल PNB की आधिकारिक वेबसाइट की एक अधिसूचना के अनुसार, बैंक ने बैंक में न्यूनतम शेष राशि नहीं बनाए रखने के शुल्क में वृद्धि की है। ऐसे में खाते में न्यूनतम बैलेंस ग्रामीण और अर्ध-ग्रामीण क्षेत्रों में नॉन मेंटीनेंस ऑफ मिनिमम बैलेंस को 200 रुपये प्रति तिमाही से बढ़ाकर 400 रुपये प्रति तिमाही कर दिया गया है। लॉकर के चार्ज को भी बढ़ा दिया गया है। ICICI Bank का नया नियम- इसी के साथ आईसीआईसीआई बैंक ने अपने क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को भेजे एक संदेश में कहा है कि उसने क्रेडिट कार्ड से संबंधित सेवाओं के शुल्क में वृद्धि की है जिसमें लेट पेमेंट शुल्क भी शामिल है। आपको बता दें कि आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड पर नया चार्ज 10 फरवरी, 2022 से लागू होगा। वहीं 10 फरवरी, 2022 से, आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को कैश एडवांस पर लेनदेन शुल्क का भुगतान करना होगा और सभी कार्डों पर कैश एडवांस की राशि का 2.50% शुल्क लिया जाएगा, जो न्यूनतम 500 रुपये तक हो सकता है। इसी के साथ चेक वापसी के मामले में, बैंक अब न्यूनतम 500 रुपये के साथ कुल देय राशि का 2% चार्ज करेगा। मुसीबत बना 5G इंटरनेट! एअर इंडिया ने रद्द की 14 उड़ानें अब भी ICU में हैं लता मंगेशकर, डॉक्टर्स बोले- 'अब बस दुआ करो' इन 30 लाख पेट्रोल वाहनों का रजिस्‍ट्रेशन होगा रद्द, जानिए पूरी खबर