रांची: कोरोना संक्रमण का प्रकोप अभी भी देश पर बना हुआ है इस बीच कोरोना महामारी के चलते प्रदेशो में अभी धार्मिक तथा पर्यटन स्थलों को बंद ही रखा गया है। भक्तों को इन स्थानों पर आने की अभी इजाजत नहीं है। कोरोना के दैनिक मामलों में वृद्धि को देखते हुए झारखंड सरकार ने भक्तों के लिए श्रावण मास में भी बाबा बैद्यनाथ मंदिर को नहीं खोला। Supreme Court refuses to grant an early hearing of a plea seeking reopening of the Baidyanath Jyotirlinga temple in Jharkhand pic.twitter.com/xCOYFQmOj6 — ANI (@ANI) September 7, 2021 वही सरकार के निर्णय के खिलाफ बैद्यनाथ मंदिर तथा वासुकीनाथ मंदिर खोलने की मांग को लेकर कुछ धार्मिक संगठनों ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। संगठनों की तरफ से सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दर्ज की गई। मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले पर सुनवाई करने से मना कर दिया। मंदिरों को खोलने की मांग पर शीघ्र सुनवाई से सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट मना कर दिया। मुख्य जस्टिस एनवी रमण ने बताया कि मामला प्रक्रिया के तहत निर्धारित दिन्नक पर सुना जाएगा। इसपर तत्काल सुनवाई आवश्यक नहीं है। बता दे कि देश में कोरोना महामारी का आतंक अभी भी निरंतर जारी है, इसके चलते कई राज्यों में अभी भी पाबंदिया लगातार बनी हुई है, तथा इससे निपटने के लिए जरुरी है कि हम अपनी सुरक्षा स्वयं रखे तथा सभी नियमों का पालन करे। भीड़ वाली जगहों पर अनिवार्य रूप से मास्क पहने तथा सामाजिक दुरी का भी ध्यान रखे। 100 अरब डॉलर की संपत्ति वाले पहले भारतीय बने मुकेश अंबानी, जानिए इस क्लब में और कितने अरबपति डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने भविष्य में कोविड जैसी महामारी को रोकने के लिए संयुक्त प्रयासों का किया आग्रह सालों पुरानी प्रेमिका बिपाशा को लेकर डीनो मोरिया ने कही यह बात