हॉस्पिटल में दिखा विवाह फिल्म का नजारा, जख्मी लड़की की मांग में लड़के ने भरा सिन्दूर

सूरज बड़जात्या निर्देशित मूवी 'विवाह' (Vivah) में शाहिद कपूर और अमृता राव ने दुर्घटना उपरांत जिस तरह से अस्पताल में शादी की थी वैसा ही एक विवाह कोचिंग सिटी कोटा (Coaching City Kota) में देखने के लिए मिला है। कोटा में हुई इस अनोखी शादी के फोटो सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल होने लगा है। यह शादी भी हॉस्पिटल में हुई है। यहां शादी से पहले दुल्हन घर में सीढ़ियों से गिरकर जख्मी हो गई। 15 सीढ़ियों से गिरने की वजह से उसके दोनों हाथ-पैर फैक्चर हो गए थे। इस हादसे के बावजूद भी दूल्हा-दुल्हन ने हिम्मत नहीं हारी। दूल्हा बारात लेकर कोटा के MBS अस्पताल पहुंचा और वहां शादी की।

दरअसल रामगंजमंडी क्षेत्र के भावपुरा निवासी पंकज राठौर का विवाह रावतभाटा निवासी मधु राठौर के साथ तय हुआ था। बीते 1 हफ्ते से दोनों के घरों में शादी की रस्में भी चल रही थी। दूल्हे पंकज राठौर की बिंदोरी भी हो चुकी थी। रविवार को विवाह के सात फेरे होने थे, लेकिन अचानक दुल्हन के साथ दुर्घटना हो गई। दुल्हन अपने घर में 15 सीढ़ियों से गिरकर जख्मी हो गई। जिससे विवाह की खुशियों पर ब्रेक लग गया। हादसे में मधु के दोनों हाथ-पैर फैक्चर हो गए और सिर में भी गंभीर चोटें भी आ गयी। बाद में दुल्हन को आनन-फानन में परिजन लेकर कोटा पहुंचे। एमबीएस हॉस्पिटल में दुल्हन को भर्ती करवाया गया, लेकिन दूल्हे और दुल्हन ने पूर्व निर्धारित शुभ मुहूर्त में ही शादी करने का निर्णय लिया।

दुल्हा और दुल्हन के फैसले से अस्पताल प्रबंधन को अवगत भी करवाया। उन्होंने भी हामी भर दी। फिर अस्पताल में शादी की तैयारियां शुरू हो गई। दुल्हन और उनके परिजनों को हॉस्पिटल स्टाफ ने भी बहुत सपोर्ट किया। जहां दुल्हन भर्ती थी वहां पर शादी का माहौल बन गया। हॉस्पिटल के अन्य लोग भी इस शादी की तैयारियों को अचरज भरी नजरों से देख रहे थे। बाद में दूल्हा और दुल्हन के परिजनों की सहमति से जब अस्पताल में ही शादी करने का फैसला लिया गया तो वहां कॉटेज को सजाया गया। पंकज के कोटा निवासी जीजा राकेश राठौर ने बताया कि इसके लिए उन्होंने पहले कॉटेज में कमरा बुक किया। उसे सजाया गया। दूल्हा रामगंजमंडी से बारात लेकर MBS अस्पताल पहुंचा। वहां पर शादी की रस्में हुईं।

अस्पताल में विवाह गीत गाकर शादी की रस्में पूरी कर एक अनोखी मिसाल भी कायम कर ली थी। दूल्हा खुद वार्ड से व्हीलचेयर पर बैठी दुल्हन को मंडप तक लेकर आया। जिसके उपरांत दूल्हे और दुल्हन ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। पंकज ने मधु को मंगलसूत्र पहनाकर मांग में सिंदूर भर दिया। चूंकि दुल्हन मधु चल पाने में असमर्थ थी लिहाजा सात फेरों की रस्म नहीं हो पाई। डॉक्टर का इस बारें में कहना है कि दुल्हन अगले कुछ दिनों अस्पताल में ही भर्ती रहने वाली है। ऐसे में दूल्हा और उसके परिवार वाले भी दुल्हन की देखभाल करेंगे। शादी के दौरान न केवल परिजन मौजूद रहे बल्कि अस्पतालकर्मियों ने भी हिस्सा लिया। मिठाई बांटकर एक-दूसरे को शुभकामनाएं दी।

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