बॉटनी और इकोलॉजी के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डेविड गुडऑल ने 104 वर्ष की उम्र में खुद की इच्छा से अपनी ज़िंदगी का अंत कर लिया है. ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले डेविड गुडऑल ने इच्छा मृत्यु के लिए स्विट्ज़रलैंड को चुना ओर यहीं के एक क्लिनिक में उन्होंने अपने अंतिम समय में अंतिम भोजन के रूप में फ़िश एंड चिप्स के साथ चीज़केक खाया और उन्होंने बीथोवन की 'ओड टू जॉय' संगीत सुना, इसके बाद ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. डेविड गुडऑल ने मौत के कारण के रूप में अपनी आज़ादी को बताया, उनके अनुसार अब उनकी आज़ादी उनसे छीन रही है जिसके बाद ही उन्होंने यह फैसला लिया है. ऑस्ट्रेलिया से दूसरे छोर स्विट्ज़रलैंड में जाकर डेविड गुडऑल ने मौत को गले इसलिए लगाया क्योंकि स्विट्ज़रलैंड 1942 से इच्छा मृत्यु को वैध माना जाता है, बाकी दूसरे देशों में भी इस तरह के नियम है लेकिन उसके पीछे गंभीर बीमारी कारण होना जरुरी है चुकी डेविड गुडऑल कोई गंभीर बीमारी नहीं थी इसलिए उन्होंने इस देश में जाना उचित समझा. मौत क्यों: वैसे तो डेविड गुडऑल को कोई बिमारी नहीं थी लेकिन उनका मानना था कि वो एक सम्मानजनक मौत चाहते थे, पिछले महीने अपने फ्लैट में रह रहे डेविड गुडऑल अचानक से गिर गए थे जिसके दो दिनों बाद तक उन्हें कोई देखने वाला नहीं था. डॉक्टरों के अनुसार डेविड गुडऑल को देखभाल की जरूरत थी लेकिन डेविड गुडऑल हमेशा से स्वतंत्र व्यक्ति रहे है उन्होंने कभी किसी का सहारा नहीं लिया इस कारण 104 साल की उम्र में आकर उन्होंने सम्मानजनक मौत को चुना. Google Doodle: क्लासिकल डांस की मल्लिका को समर्पित आज का गूगल डूडल मंगल गृह पर जीवन सम्भव, वैज्ञानिकों ने तैयारी ये खास तकनीक इस जनजाति के लोग साँस रोककर गहरे समुन्दर में बिता सकते हैं लम्बा समय