वॉशिंगटन : दुनिया भर के वैज्ञानिक अलग-अलग ग्रह को खोजने में लगे हुए हैं और कहीं ना कहीं उन्हें इसमें सफलता भी हासिल कर रहे हैं. ऐसे ही दुनिया के तीन देशों ने मिलकर एक ऐसे ग्रह की खोज की है जिसे पृथ्वी से भी बड़ा बताया जा रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें, इन अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की टीम ने पृथ्वी के आकार से दोगुना बड़ा ग्रह बहिर्ग्रह यानी एक्सोप्लानेट खोजा है, जो काफी बड़ा है. मंगल ग्रह पर चली लाल धूल-भरी आंधी, नासा ने भेजी तस्वीर मिली जानकारी के अनुसार ये ग्रह अमेरिका, कनाडा और जर्मनी के वैज्ञानिकों ने खोजा है जिसे नासा के अंतरिक्ष यान केप्लर के टेलिस्कोप की मदद से ‘वुल्फ 530बी’ को ढूंढा गया है और इसमें सफलता हासिल की है. वैज्ञानिकों के अनुसार ये ग्रह पृथ्वी से करीब 145 प्रकाश वर्ष दूर है. मई में ये केप्लर टेलिस्कोप का डाटा आने के बाद शोधकर्ताओं ने बहिर्ग्रह खोजने का काम शुरू किया था और वुल्फ 503बी भी उसी में खोजा गया है. नासा ने निकाली एक प्रतियोगिता, जिसमें मांगे कार्बन डाइऑक्साइड के नए सुझाव इस पर शोधकर्ताओं का कहना है कि ट्रांजिट स्पेक्ट्रोस्कॉपी तकनीक की मदद से इस ग्रह के वायुमंडल की रासायनिक अवयवों के साथ ही हाईड्रोजन और पानी का भी पता लगाया जाना है. ये इस्लियेकिया जायेगा ताकि ये पता चल सके कि वुल्फ 530बी भी पृथ्वी या फिर अन्य सौरमंडल के ग्रह की तरह है या नहीं. वुल्फ 530बी एकमात्र ग्रह है, जिसके रेडियस के पास खाली जगह है जिसमें एक तारा भी है जो इसके बारे में बेहतर तरीके से इस ग्रह की प्रकृति को उजागर करेगा. इसकी रेडियस गैप की स्टडी से उन्हें सुपर अर्थ और सब-नेप्च्यून्स की प्रकृति के बारे में जानने का अवसर मिलेगा. खबरें और भी.. मंगल के बाद बृहस्पति पर मिले पानी होने के संकेत 50 साल बाद अंतरिक्ष यात्री ने बताया कैसा रहा चाँद पर जाना, किया बड़ा खुलासा