दिल्ली: ब्रिटिश साइंटिस्ट विश्व प्रसिद्ध स्टीफन हॉकिंग का बुधवार को 76 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके परिवार वालों ने इस बात की पुष्टि की है. स्टीफन हॉकिंग कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में सैद्धांतिक ब्रह्मांड विज्ञान केन्द्र सेंटर ऑफ थियोरेटिकल कोस्मोलॉजी के शोध निर्देशक भी रहे. उनका निधन लंदन के कैम्ब्रिज में उनके घर पर हुआ. स्टीफन हॉकिंग ने ब्लैक होल और बिग बैंग सिद्धांत को समझने में अहम योगदान दिया है. उनके पास 12 मानद डिग्रियां हैं. स्टीफन हॉकिंग के कार्य को देखते हुए अमेरिका का सबसे उच्च नागरिक सम्मान उन्हें दिया जा चुका है ब्रह्मांड के रहस्यों पर उनकी किताब अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम काफी बिकी थी. स्टीफन हॉकिंग द्वारा लिखी गई किताबें ग्रैंड डिजाइन, यूनिवर्स इन नटशेल, माई ब्रीफ हिस्ट्री, द थ्योरी ऑफ एवरीथिंग काफी चर्चित रही. स्टीफन हॉकिंग एक दुर्लभ बीमारी मोटर न्यूरोन नामक लाइलाज बीमारी से ग्रसित थे. इस बीमारी की वजह से ही उनके शरीर ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया था. एल्बर्ट आइंस्टिन के बाद स्टीफन दुनिया के सबसे महान सैद्धांतिक भौतिकीविद बने. दुनिया के सबसे प्रसिद्ध भौतिकीविद और ब्रह्मांड विज्ञान पर2014 में थ्योरी ऑफ एवरीथिंग नामक फिल्म भी बन चुकी है. आकाश से धरती की तरफ बढ़ता, एक भयानक विनाश जापान की तर्ज पर 'वायु प्रदूषण' से मुक्त होगा भारत सी वी रमन की याद के साथ 'मन की बात'