वाशिंगटन: 6.60 करोड़ वर्ष पूर्व एक बड़ा एस्टेरॉयड यानी उल्कापिंड धरती से टकराया था. इसके कारण धरती पर रहने वाले 75 प्रतिशत जीव-जंतु मारे गए थे. हजारों वर्षों तक आसमान में धुएं का गुबार भरा हुआ था. सूरज की किरणें भी धरती तक नहीं पहुंच पा रही थी. किन्तु इस घटना से पहले भी एक खौफनाक हादसा हुआ था. जिससे पूरी धरती के पेड़-पौधे और समुद्री जीव-जंतु नष्ट हो गए थे. अब विशेषज्ञों ने दावा किया है कि ये घटना दोबारा भी हो सकती है. लगभग 36 करोड़ वर्ष पूर्व हमारी पृथ्वी पर मौजूद पेड़-पौधे और समुद्री जीव-जंतु खत्म हो गए थे. ये हादसा हुआ था ओजोन लेयर में छेद होने के कारण. ये जानकारी आई है एक नई स्टडी में जो साइंस एडवांसेस नाम की मैगजीन में छपी है. इस रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि 36 करोड़ वर्ष पूर्व ओजोना लेयर में छेद होने के कारण साफ पानी के अंदर मौजूद जीवन, पेड़-पौधे, समुद्री जीव-जंतु आदि सब खत्म हो गए थे. धरती पर कई जगहों पर केवल आग ही आग थी. भयानक गर्मी थी. ये स्टडी तब की गई जब वैज्ञानिकों को कुछ पुरातन पत्थरों के छिद्रों में काफी सूक्ष्म पौधे मिले. जब इन पौधों की स्टडी की गई तो यह खुलासा हुआ. हालांकि, इनमें से कुछ पौधे सही सलामत थे, किन्तु बाकी जल-भुनकर खाक हो गए थे. वैज्ञानिकों ने जब खराब हुए पौधों के DNA का अध्ययन किया तो पता चला कि वो सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों के कारण जलकर खाक हुए हैं या फिर खराब हो गए हैं. इसके बाद वैज्ञानिकों के होश उड़ गए. क्योंकि जो ओजोन परत हमें सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाती है, वो एक बार इतनी बड़ी तबाही मचा चुकी है. आगे अध्ययन करने पर पता चला कि ओजोन लेयर में छेद होने के कारण जो गर्मी बढ़ी उससे धरती के अंदर ज्वालामुखीय गतिविधियां बढ़ गईं. कई देशों में ज्वालामुखी फट पड़े. जिसके कारण भयावह तबाही मची थी. इसके बाद धरती पर शुरू हुआ आइस ऐज (Ice Age), यानी हिमयुग. जिसके कारण दुनिया में फिर जीवन पनपना शुरू हुआ. गर्म हो रही धरती धीरे-धीरे शीतल होने लगी. अब वैज्ञानिकों ने फिर एक बार समझाया है कि यदि फिर ओजोन लेयर में ऐसा छेद हुआ तो यह करोड़ों साल पुराना हादसा फिर हो सकता है. फिर धरती को कोई नहीं बचा पाएगा। चलती 'कार' में सेक्स कर रहे थे 'संयुक्त राष्ट्र' के कर्मचारी, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो स्कॉटलैंड के ग्लासगो सिटी सेंटर में चाकूबाजी, तीन लोगों की मौत, 6 घायल अमेरिका ने वीजा पर लगाई पाबंदी तो तिलमिलाया चीन, कही ये बात