भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन के अंतिम दिन सिंधिया ने समाजवादी पार्टी उम्मीदवार को भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित करा दिया। सिंधिया समर्थक भक्ति तिवारी ने एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। टिकट न प्राप्त होने से नाराज भक्ति तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी छोड़ दी थी। भक्ति तिवारी 2020 में सिंधिया के साथ भारतीय जनता पार्टी में आए थे। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने उनको टिकिट नहीं दिया तो वे समाजवादी पार्टी में सम्मिलित हो गए तथा खरगापुर विधानसभा सीट से टिकिट हासिल कर लिया। किन्तु नामांकन के अंतिम दिन वह फिर से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। दरअसल, भक्ति तिवारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक रहे हैं। 2020 में वे सिंधिया के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हो गए थे तथा इस बार खरगापुर विधानसभा सीट से टिकट की मांग कर रहे थे। भारतीय जनता पार्टी से टिकट नहीं मिला तो वे कांग्रेस में सम्मिलित हुए, मगर कांग्रेस ने भी भक्ति तिवारी को उम्मीदवार नहीं बनाया। तत्पश्चात, समाजवादी पार्टी ने उन्हें विधानसभा का टिकट दिया। किन्तु नामांकन के अंतिम दिन सिंधिया ने उनकी भारतीय जनता पार्टी में वापसी करा दी और सपा को बड़ा झटका दे दिया। खरगापुर सीट से भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री रहीं उमा भारती के भतीजे तथा शिवराज मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री राहुल सिंह लोधी को मैदान में उतारा है। भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने के बाद भक्ति तिवारी ने कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के लिए पूरी ताकत के साथ प्रचार करेंगे। भक्ति तिवारी के भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने से समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन करने की समय सीमा समाप्त हो गई है। अंतिम दिन कई दिग्गज नेताओं ने नामांकन दाखिल किया। 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक कुल 3832 प्रत्याशियों ने 4359 नामांकन दाखिल किए हैं। 'ये क्या हो रहा है भईया...', चुनावी रैली में जाने से पहले भड़के सिंधिया, जानिए क्या है मामला? 'हमारा दिल टूट गया..', जिस जर्मन महिला को 'हमास' ने नग्न घुमाया था, इजराइल ने बरामद किया उनका शव 'केजरीवाल भी जाएंगे जेल..', सुप्रीम कोर्ट से मनीष सिसोदिया की याचिका ख़ारिज होते ही AAP पर भाजपा ने बोला हमला