लखनऊ: गत शनिवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा की गाड़ी को राजधानी लखनऊ में जब सेवानिवृत्त आईपीएस अफसर एसआर दारापुरी के परिवार वालों से मिलने से रोका गया, तो वो एक कांग्रेस नेता के साथ स्कूटी में सवार होकर रवाना हो गई. इस दौरान ना ही स्कूटी चालक धीरज गुर्जर ने और ना ही प्रियंका वाड्रा ने हेलमेट पहन रखा था. जिसके बाद रविवार को स्कूटी का चालान बना दिया गया. वहीं अब इस पूरे मामले में स्कूटी मालिक राजदीप सिंह का बयान सामने आया है. राजदीप सिंह का कहना है कि उसका कांग्रेस से कोई वास्ता नहीं है. उसने तो प्रियंका वाड्रा को देख कर अपनी स्कूटी दे दी थी. स्कूटी के चालान पर राजदीप ने कहा है कि अभी उसने चालान का भुगतान नहीं किया है. और ना ही चालान की रकम के लिए उसके पास कांग्रेस से कोई फोन या संपर्क हुआ है. लिहाजा, वो स्वयं ही चालान भरेगा. राजदीप सिंह ने कहा कि सिर्फ कांग्रेस कार्यालय से एक व्यक्ति आये और उससे मिलकर गए हैं. दरअसल, प्रियंका गांधी गत शनिवार को दारापुरी के परिवार वालों से मिलने जा रही थीं. किन्तु, लोहिया पार्क पर पुलिस ने उनके काफिले को रोक दिया. जिस पर प्रियंका ने अपना वाहन छोड़ दिया और पैदल आगे बढ़ गईं. इस दौरान कुछ दूर जाने पर कांग्रेस नेता धीरज गुर्जर स्कूटी लेकर आए और प्रियंका गांधी उस पर सवार होकर रवाना हो गई, हेलमेट ना पहनने के कारण रविवार को लखनऊ पुलिस ने स्कूटी का चालान कर दिया. लखनऊ पुलिस ने 6300 रुपये का जुर्माना लगाया. शुरू हुआ 2020 का सेलिब्रेशन, सबसे पहले न्यूज़ीलैंड में मना जश्न, अगला देश होगा ऑस्ट्रेलिया केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का ऐलान, कहा- नागरिकता कानून बनाने का अधिकार सिर्फ संसद के पास मध्य प्रदेश मंत्री गोविन्द सिंह का आरोप, कहा- लूटने में तो महमूद गजनवी के 'दादा' है भाजपा नेता