नई दिल्ली: फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के साथ देश में चल रहे युद्ध के बीच 212 अन्य लोगों को इजराइल से बाहर निकाले जाने के एक दिन बाद 'ऑपरेशन अजय' के बैनर तले आज दो शिशुओं सहित 235 भारतीयों को इजराइल से सुरक्षित घर लाया गया। भारत ने 7 अक्टूबर को हमास के जमीन-समुद्र-हवाई हमले के बाद इजरायल से अपने नागरिकों को निकालने के लिए गुरुवार को 'ऑपरेशन अजय' शुरू किया था। इज़राइल से भारतीय नागरिकों को लेकर पहली चार्टर उड़ान 211 वयस्कों और एक शिशु के साथ गुरुवार देर रात बेन गुरियन हवाई अड्डे से रवाना हुई। विदेश और शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह ने आज राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान के उतरने के बाद भारतीय दल का स्वागत किया। इज़राइल में भारतीय दूतावास ने देश छोड़ने की इच्छा रखने वाले सभी भारतीय नागरिकों को पंजीकृत किया और पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर पहली चार्टर उड़ान के लिए यात्रियों का चयन किया। सरकार उनकी वापसी की लागत वहन कर रही है। बता दें कि, अनुमानित 18,000 भारतीय नागरिक इज़राइल में रहते हैं और काम करते हैं, जो देखभाल, शिक्षा और आईटी सहायता सहित विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करते हैं। फ़िलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के इज़राइल पर ज़मीन-समुद्र-हवाई हमले के बाद क्षेत्र के युद्ध में डूबने के बाद उनकी निकासी आवश्यक हो गई थी। हमले में 1,300 से अधिक इजरायली मारे गए, जिसके बाद प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को "युद्ध की स्थिति" घोषित करनी पड़ी थी। पंजाब से लश्कर के दो आतंकी गिरफ्तार, भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद, कश्मीर से आए थे आतंक फैलाने आतंकियों से लड़ रहे इजराइली सैनिकों को 'राजस्थानी थाली' खिला रहे पुष्कर के 'कालू बाबा' कर्नाटक: जिसने भाजपा सरकार पर लगाया था 40% कमीशन का आरोप, उस कांट्रेक्टर के घर 23 बक्सों में भरे मिले 500-500 के नोट