नई दिल्ली: अयोध्या के रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद मामले पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला अब कभी भी आ सकता है। ऐसे में अयोध्या और आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस फैसले को देखते हुए अयोध्या में पहले ही 10 दिसंबर तक धारा 144 लागू कर दी गई है। अयोध्या फैसले को देखते हुए अयोध्या के पड़ोसी जिले आंबेडकर नगर में कई कॉलेजों में आठ अस्थाई जेल तैयार किए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अयोध्या मामले पर शीर्ष अदालत का फैसला 11 से 13 नवंबर के बीच आ सकता है। इसका कारण ये है कि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई का कार्यकाल 17 नवंबर को समाप्त हो रहा है, किन्तु अगले सप्ताह 11, 12, 16 (शनिवार) और 17 नवंबर (रविवार) को छुट्टी है। इसका मतलब है कि फैसला सुनाने के लिए कोर्ट के पास अब 7, 8, 9 (शनिवार), 13, 14 और 15 नवंबर सहित कुल 6 दिन का समय बचा है। अयोध्या के रामजन्मभूमि विवाद मामले की सुनवाई शीर्ष अदालत ने 16 अक्टूबर को पूरी करने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। बताया जा रहा है कि CJI रंजन गोगोई के रिटायरमेंट (17 नवंबर) से पहले कभी भी इस मामले पर फैसला आ सकता है। अयोध्या में सुरक्षा बलों को सात सौ सरकारी स्कूलों, उत्तर प्रदेश बोर्ड से सहायता प्राप्त 50 और 25 सीबीएसई स्कूलों में ठहराया गया है। वहीं अयोध्या पुलिस ने सोशल मीडिया पर किसी भी तरह के दुष्प्रचार या किसी भी सम्प्रदाय के खिलाफ भड़काऊ कंटेंट का प्रसार पर निगाह रखने के लिए जिले के 1600 स्थानों पर 16 हजार वॉलियंटिर्स को मॉनिटरिंग के लिए तैनात किया है। महाराष्ट्र्र की स्थिति पर शिवसेना का तंज, कहा- तुम्हारे पांव के नीचे कोई ज़मीन नहीं, कमाल है कि फ़िर भी तुम्हें यक़ीन नहीं अयोध्या पर फैसला आने से पहले पीएम मोदी की मंत्रियों को सलाह, कहा- कोर्ट के फैसले का सम्मान करें... अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला जल्द, मौलाना मदनी और संघ प्रमुख करेंगे मुलाकात