नई दिल्ली : गुरुवार के दिन दक्षिण-चीन सागर के समुद्री विवाद को लेकर एक सुरक्षा कॉन्फ्रेंस की गयी जिसमे जापान के चीफ ऑफ स्टाफ, ज्वाइंट स्टॉफ तथा भारतीय नौसेना के प्रमुख के साथ अमेरिकी सेना के प्रशांत कमान के प्रमुख भी शामिल थे. वहीँ अमेरिकी प्रशांत कमान प्रमुख ने कहा कि चीन, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक 'विघटनकारी शक्ति' है. एडमिरल हैरी हैरिस हमेशा से दक्षिण-चीन सागर के विस्तार को लेकर विवादित बयान देते आये हैं. इस पर बोलते हुए हैरिस ने कहा कि दक्षिण-चीन के क्षेत्र वाले देशों को अपनी क्षमताओं का निर्माण करने के साथ-साथ मिलकर काम करना होगा ताकि स्वतंत्र और मुक्त समुद्री सीमा सुनिश्चित कि जा सके. भारत सरकार द्वारा बुलाई गई सुरक्षा कॉन्फ्रेंस के दौरान हैरिस ने यह बात कही. गौरतलब है कि भारत, अमेरिका और जापान हमेशा से चीन के इस क्षेत्र को लेकर अपने हठधर्मी सैन्य शासन के खिलाफ चिंता जताते आ रहे हैं. इस कॉन्फ्रेंस के दौरान हैरिस ने आगे कहा कि - चीन हिन्द महासागर क्षेत्र में एक विघटनकारी शक्ति है. इस क्षेत्र के सभी देशों को मिलकर कड़े नियम बनाने और लागू करने होंगे ताकि हिन्द महासागर और हिन्द-प्रशांत महासागर को मुक्त और खुशहाल रखा जा सके. नेतन्याहू ने बॉलीवुड को बढ़ावा देने के लिए जारी किया नया बिल अमरीका के अनुसार विध्वंशक है चीन उत्तर कोरिया की दोहरी नीति से खफा US