रांची: बन्ना गुप्ता स्वास्थ्य मंत्री बीते गुरुवार काे रिम्स में अचानक निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने इमरजेंसी, ऑर्थो वार्ड और न्यूराे सर्जरी वार्ड का निरीक्षण किया. इस बीच उन्हाेंने देखा कि कई मरीजाें का इलाज खून की कमी और पैसाें के अभाव के कारण नहीं हो पा रहा है. ऑर्थो वार्ड में बीते 9 दिनाें से भर्ती शीला देवी का इलाज खून की व्यवस्था नहीं होने के कारण रुका हुआ था. उनके पति रामविनय शर्मा 80 वर्ष की नजर स्वास्थ्य मंत्री पर पड़ी ताे उन्हाेंने अपील की. उन्हें अपनी पूरी व्यथा सुनाई कि उनकी पत्नी शीला देवी का इलाज खून नहीं मिलने के कारण रुका हुआ है. जब वह ब्लड बैंक ब्लड मांगने के लिए गए थे तो वहां बताया गया कि खून लेने के बदले में डोनेट करना होगा. लेकिन पति बुजुर्ग थे, इसलिए वह ब्लड देने में असमर्थ थे. रामविनय शर्मा ने कई लोगों से अपील भी कि परन्तु किसी ने उनकी मदद नहीं की. उनकी बातों को सुनने के पश्चात् स्वास्थ्य मंत्री ने तुरंत ब्लड देने का निर्णय ले लिया. वह रामविनय शर्मा के साथ ब्लड देने के लिए ब्लड बैंक पहुंचे गए. तभी उन्होंने ब्लड डोनेट किया और बदले में रामविनय शर्मा को ब्लड मिला. इसके पश्चात् उनकी पत्नी शीला देवी का इलाज शुरू किया गया. इस बीच उन्होंने सभी से ब्लड डोनेट करने की अपील भी की. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अपनी टीम के साथ निरीक्षण के लिए रात 8 बजे रिम्स पहुंचे थे. बीते सात दिनाें से 15 हजार रुपए के कारण जमशेदपुर से आई 67 वर्षीय महिला मानाेषी भुई की इलाज नहीं हो रही थी. फिर स्वास्थ्य मंत्री उनसे भी मिले. तभी उन्हाेंने रिम्स प्रबंधन काे फ्री इलाज करने का आदेश भी दिया. संजय कुमार सिंह रिम्स उपाधीक्षक ने यह जानकारी दी कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता मरीज को अपना खून देकर हर किसी काे रक्तदान करने के आग्रह किया. इस हॉस्पिटल में राेजाना 50 लाेग रक्तदान करते हैं. महंगाई और बढ़े सिलेंडर के बढ़े दामों के चलते भड़के कोंग्रेसी, सड़कों पर उतरकर किया प्रदर्शन बुरी खबर: देवी नेशनल पार्क के जंगलों में लगी आग, लाखों की वन संपदा जलकर ख़ाक भजनपुरा में पांच लोगों की मौत बनी रहस्य, जिसका राज खोलेगा शंभूनाथ का मोबाइल