मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति ने बड़ी जीत दर्ज की, जिसमें भाजपा ने अकेले 133 सीटें जीतीं। इस चुनाव में "वोट जिहाद" का मुद्दा चर्चा का विषय बना। मुस्लिम समुदाय के प्रमुख नेता मौलाना सज्जाद नोमानी ने भाजपा का समर्थन करने वाले लोगों पर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद अब उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांगी है। चुनाव प्रचार के दौरान मौलाना नोमानी ने एक वीडियो में कहा था कि भाजपा का समर्थन करने वाले मुसलमान इस्लाम से बाहर हो जाते हैं और उन्हें अपना नाम बदलकर 'घनश्याम' रख लेना चाहिए। उनकी इस टिप्पणी को भाजपा समर्थक मुस्लिमों के बहिष्कार की बात के तौर पर देखा गया। इस बयान के चलते विवाद गहराया और उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। चुनाव नतीजों के बाद मौलाना ने सोशल मीडिया पर एक पत्र जारी किया। उन्होंने अपने बयान पर खेद जताते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी समुदाय को निशाना बनाना या फतवा जारी करना नहीं था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका बयान महाराष्ट्र चुनाव के संदर्भ में नहीं था, क्योंकि यह सितंबर 2024 में दिया गया था। मौलाना ने अपने पत्र में लिखा कि उनकी टिप्पणी उन व्यक्तियों के लिए थी जिन्होंने भाजपा का समर्थन किया था, न कि पूरी मुस्लिम समुदाय के लिए। उन्होंने कहा कि उनके शब्दों का गलत मतलब निकाला गया और अगर उनके बयान से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो वे बिना शर्त माफी मांगते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह हमेशा सच्चाई और न्याय के लिए खड़े हुए हैं और किसी भी व्यक्ति का विरोध किया है जिसने आम लोगों के अधिकारों का हनन किया है, चाहे वह मुस्लिम हो या अन्य कोई। दिल्ली चुनाव के लिए कांग्रेस ने क़ाज़ी निजाम्मुद्दीन को बनाया प्रभारी, क्या ख़त्म होगा सूखा? अर्पिता मुखर्जी को जमानत, बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में मिले थे करोड़ों कैश 6 वर्षों में 5 गुना बढ़ी EPF रकम, आज खातों में जमा हैं 8505 करोड़