ऐसा कहा जाता है कि जिसकी नीयत में खोट होता है,उसे दुनिया की किसी भी जगह सुकून नहीं मिलता.यही हाल भारतीय बैंकों को 9 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाकर लंदन में रह रहे विजय माल्या का हुआ है, जिसने अपनी आलीशान नाव के क्रू सदस्यों के 10 लाख डॉलर का वेतन का भुगतान नहीं किया.इसीसे उसकी तंगहाली का पता चलता है.बाद में अधिकारियों ने कीमती नाव को जब्त कर क्रू सदस्यों को वेतन का भुगतान कराया. मिली जानकारी के अनुसार विजय माल्या अपने क्रू मेंबर अर्थात नौका चालक दल को भी वेतन नहीं देना चाहता था . इसीलिए उसने कई महीनों से नौका चालक दल को वेतन नहीं दिया. धीरे -धीरे नौका चालक दल के 10 लाख डॉलर (करीब 6.5 करोड़ रुपये) बकाया हो गए थे. इसी कारण माल्टा में उसकी लग्जरी नाव (यॉट) को जब्त कर लिया गया.बता दें कि माल्या ने प्रत्यर्पण मामले में गत वर्ष हुई गिरफ्तारी के बाद से इस यॉट की ओर ध्यान देना बंद कर दिया था. इस क्रू पर 40 सदस्य हैं. बता दें कि अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन नॉटिलस इंटरनेशनल के ऑर्गेनाइजर डैनी मैकगोवन के अनुसार नौका चालक दल के सदस्यों ने बकाया वेतन देने के लिए माल्या को कई बार कहा, लेकिन उन्होंने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया,तो बाद में यह मामला कोर्ट में पहुंच गया और बीमा कंपनी की मदद से नौका चालक दल को करीब चार करोड़ रुपए का भुगतान कराया गया.माल्या ने इस आलीशान नाव को 2006 में 600 करोड़ में खरीदा था. 95 मीटर लम्बी इस बेशकीमती नाव को खरीदने के बाद माल्या ने इसकी पुनः साज -सज्जा पर करीब 45 करोड़ रुपए खर्च किए थे. इस अत्याधुनिक नाव में 15 सीटर सिनेमाघर, सर एल्टन जॉन का बेबी ग्रैंड पियानो के साथ कई विलासिता की चीजें मौजूद है. यह भी देखें माल्या और मोदी के बाद अब बैंक के 3 लाख करोड़ डूबे अगर यहाँ होंगे आप डिफॉल्टर तो होगा ऐसा हश्र