पटना: बिहार की नितीश कुमार सरकार एक बार फिर लोगों की आलोचना का शिकार हो रही है। दरअसल, बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को मध्याह्न भोजन की पुरानी बोरियां 20 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से बेचने को कहा है। लेकिन, सरकार का यह कदम कई लोगों को पसंद नहीं आया और इसकी आलोचना शुरू हो गई है। निदेशक, मध्याह्न भोजन, मिथिलेश मिश्रा ने 14 अगस्त, 2023 को एक पत्र में सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों (मध्याह्न भोजन) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि छात्रों के लिए मध्याह्न भोजन तैयार करने के लिए अनाज का उपयोग करने के बाद खाली बोरियों को बेचा जाए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संबंधित जिला कार्यक्रम अधिकारियों को राज्य योजना निधि के प्रबंधन के लिए संचालित स्थानीय बैंक खातों में बिक्री आय जमा करने का भी निर्देश दिया गया। 2016 में जारी पूर्व निर्देश के अनुसार, महत्वाकांक्षी मध्याह्न योजना के लिए खाद्यान्न आपूर्ति की प्रक्रिया में प्राप्त बारदाने की कीमत 10 रुपये प्रति नग तय की गई थी। विशेष रूप से, राज्य शिक्षा विभाग अपने हालिया कारनामों को लेकर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। चाहे वह शिक्षक भर्ती नीति में बदलाव हो या शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति का आदेश हो। 'वहां अल्लाहु अकबर बोलकर लोगों को मार रहे, यहाँ जय श्री राम बोलकर..' , महबूबा मुफ़्ती ने सीरिया से की भारत की तुलना हिन्दू धर्म अति प्राचीन, इस्लाम 1500 साल पहले आया, भारत के हिन्दुओं का धर्मान्तरण हुआ - गुलाम नबी आज़ाद छत्तीसगढ़ के दिग्गज भाजपा नेता लीलाराम भोजवानी का निधन, सीएम बघेल ने जताया शोक