यह तो सभी को पता है कि सोशल साइट्स पर तो युवा कहानीकारों का बोलबाला रहता है. ममता कालिया, उषा किरण खान, नासिरा शर्मा आदि जैसे कई वरिष्ठ लोकप्रिय कहानीकार हैं, जो इन दिनों फेसबुक लाइव के जरिये अपने पाठकों से सीधे संवाद कर उनके दिलों पर राज कर रहे हैं. ये सब एक झटके में नहीं हुआ, बल्कि कैमरे का सामना करने, फोन की तकनीकी बारीकियों को समझने के लिए उन्होंने खूब मेहनत की है. आर्थिक पैकेज: आज आखिरी किश्त की घोषणा करेंगी वित्त मंत्री, 11 बजे से प्रेस वार्ता आपकी जानकारी के लिए बता दे कि वाणी प्रकाशन की सीईओ अदिति महेश्वरी को शुरुआत में अपने प्रकाशन की तरफ से वरिष्ठ साहित्यकारों को फेसबुक लाइव या दूसरे किसी ऑनलाइन कार्यक्रम से जोड़ने में दिक्कतें आईं. वे मानती हैं कि थोड़े अभ्यास के बाद लेखक विशेषज्ञ बन गए. वे कहती हैं, मेरे कहने पर कम से कम एक दर्जन वरिष्ठ लेखकों ने पहली बार फेसबुक ज्वाइन किया और वे ऑनलाइन भी हुए. शुरुआत में इस बात का डर रहता था कि जिस दिन कार्यक्रम है, कहीं वे लोग भूल न जाएं. कोरोना संकट में इंसानियत की मिसाल, दोस्त अमृत की आखिरी सांस तक उसके साथ डटा रहा याकूब इसके अलावा उन्हें 5-10 दिन प्रैक्टिस कराया गया कि फेसबुक में किस ऑप्शन को टच कर काम करना है. उन्हें वीडियो के लिए तैयार होकर बैठना होगा. साथ ही फोन किस स्थान पर रखना है और कैमरे का लेवल कहां रहे, यह भी बताना पड़ा. सबसे अच्छी बात यह रही कि भारत के साथ-साथ विदेश के हिंदी लेखक भी फेसबुक लाइव से जुड़े. किसी प्रकाशक ने बताया कि लेखकों को कम शब्दों में अपनी बात कहने पर भी जोर दिया गया. गुजरात में अब तक का सबसे बड़ा कोरोना संक्रमण का आंकड़ा आया सामने लॉकडाउन के चौथे चरण में इन जोन में मिल सकती है छूट पुणे की फार्मा कंपनी का दावा, कहा- तीन दवाओं से हो सकता है कोरोना का इलाज