नई दिल्ली: जैसे-जैसे पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव पास आते चले जा रहे हैं, वैसे-वैसे राज्य की सियासत भी गंभीर आरोप-प्रत्यारोपण से गुजर रही है. बीते दिनों ममता सरकार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं पर आपराधिक केस दर्ज किए, तो अब भाजपा नेता भी ममता सरकार के खिलाफ शीर्ष अदालत पहुंच चुके हैं. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा सांसद अर्जुन सिंह, सौरव सिंह, पवन कुमार सिंह और कबीर शंकर बोस ने शीर्ष अदालत में एक याचिका दायर की है जिसमें उन्होंने अपील की है कि उनके खिलाफ पश्चिम बंगाल में दर्ज आपराधिक मामलों को रद्द किया जाए. याचिका में ये भी मांग की गई है कि शीर्ष अदालत, राज्य सरकार को आदेश दे कि उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों में कोई एक्शन न लिया जाए. इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने शीर्ष अदालत से ये भी अपील की है कि यदि अदालत उन पर दर्ज आपराधिक मामलों को रद्द नहीं करती है तो इन मामलों को बंगाल से बाहर स्थानांतरित कर दे. याचिका में भाजपा नेताओं ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि सियासी विद्वेष के चलते ममता बनर्जी सरकार ने उनके खिलाफ केस दर्ज किये हैं. इसलिए सुप्रीम कोर्ट इन मुकदमों को निरस्त कर दे. यूएस, यूके ने पोस्ट-ब्रेक्सिट ट्रेड के लिए द्विपक्षीय सीमा शुल्क सहायता समझौते पर किए हस्ताक्षर कोरोना संक्रमित होने के बाद माइक पोम्पियो खुद को किया आइसोलेट ब्रिटेन में वायु प्रदूषण के कारण हुई 9 वर्षीय बच्ची की मौत