नई दिल्ली : जब से बजट पेश किया गया है ,तभी से शेयर बाजार की हालत में सुधार नहीं हो रहा है.सेंसेक्स में लगातार गिरावट आ रही है.हालाँकि इसमें शेयर कारोबारियों पर लगाये गए दस फीसदी एलटीसीजी को कारण माना गया था, जिसका कल ही वित्त मंत्री ने खंडन कर कहा था कि इसके पीछे वैश्विक कारण हैं. लेकिन आज बुधवार को शेयर बाजार खुला तो वैश्विक बाजार से मिले नकारात्मक संकेतों के कारण शेयर बाजार में भूचाल आ गया. सेंसेक्स 1003 अंक गिरकर 33,754 अंक खुला. वहीं निफ्टी 371 अंक टूटकर 10,295 अंक पर खुला. अमेरिकी बाजारों में कमजोरी से एशियाई बाजारों जोरदार बिकवाली के कारण यह दृश्य उपस्थित हुआ. बता दें कि अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट का असर एशियाई बाजारों पर देखने को मिल रहा है. मंगलवार को शुरुआती कारोबार में बाजार में गिरावट बढ़ी जिससे सेंसेक्स 1274 अंक तक फिसल गया. जबकि निफ्टी 390 अंक तक गिर गया.मंगलवार को रुपए की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई. डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे गिरकर 64.35 के स्तर पर खुला. जबकि सोमवार को रुपया बिना किसी परिवर्तन के 64.06 के स्तर पर बंद हुआ था. उल्लेखनीय है कि आज की गिरावट ने शुक्रवार की गिरावट का भी रिकार्ड तोड़ दिया. स्मरण रहे कि शुक्रवार को सेंसेक्स में 800 अंकों से अधिक की और निफ्टी सूचकांक में 200 से अधिक गिरावट दर्ज की गई थी. जिसे एलटीसीजी से जोड़ा गया था.जबकि वित्त मंत्री के मुताबिक यह सब वैश्विक कारणों से हुआ. आज भी वही नजारा देखने को मिला है. यह भी देखें भारतीय शेयर बाजार की गिरावट के पीछे वैश्विक कारण - जेटली नहीं थम रहा बाज़ार में गिरावट का दौर