लखनऊ: कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश का प्रत्येक राज्य हर संभव प्रयास कर रहा है. वही इस बीच यूपी में COVID-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए, योगी सरकार ने एक बड़ा निर्णय किया है. इसके तहत COVID-19 संक्रमण को आगे बढ़ने से रोकने के लिए एंटीबॉडी का पता लगाने की क़वायद की जाएगी. सरकार की तैयारी है कि यूपी में COVID-19 संक्रमण स्तर का पता लगाने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा सेरोलॉजिकल सर्वे किया जाएगा. प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार, 5 अगस्त से इसके प्रारम्भ की संभावना है. इस सर्वे मे लोगों के रैंडम खून के सैंपल लेकर एंटीबॉडी का टेस्ट होगा, और पता किया जायेगा कि कैसे सैंपल मे प्रतिरोधक क्षमता कैसी है? इसके लिए उत्तर प्रदेश का हेल्थ डिपार्टमेंट एक लाख किट खरीद रहा है. जिससे ये परीक्षण जगह-जगह किया जाएगा. आरम्भिक सर्वे में आगरा, मेरठ समेत ऐसे शहरो को सम्मिलित किया जा रहा है, जहां संक्रमण अब कम हो रहा है. वहां पर प्रतिरोधक क्षमता के बारे मे अधिक सटीक आंकड़े आने की आशंका है. बता दे की सरकार का मानना है कि कोरोना संक्रमण को आगे बढ़ने से रोकने, या जोखिम के स्तर के बारे में वास्तविक डेटा का पता लगाने का एकमात्र उपाय लोगों में एंटी बॉडी की उपस्थिति का जाँच है. सेरो सर्वे एक विश्व स्तर पर उपयोग किया जाने वाला विश्वसनीय ढंग है, जो एक निश्चित संक्रमण के विरुद्ध एंटीबॉडी के लेवल को मापता है. इस तकनीक का इस्तेमाल इसलिए भी किया जाता है कि बड़े पैमाने पर टीकाकरण का टेस्ट किया जा सके, और लोगों की प्रतिरोधक क्षमता का स्तर देखा जा सके. ये निर्णय कोरोना पर नियंत्रण करने के लिए किया गया है. कांग्रेस ने फिर अलापा राफेल राग, कहा- जिस दिन जांच हुई सच सामने आ जाएगा भाजपा MLA ढुलू महतो को मिली जमानत, लगा है ये गंभीर आरोप अन्ना, एमजीआर व जया के नाम पर तीन मेट्रो स्टेशन, तमिलनाडु सरकार का फैसला