सर्विस टैक्स को लेकर सुबह से ही एक खबर नजरो के सामने घूम रही है. यह खबर है कि एक जून 2016 से सर्विस टैक्स 15 फीसदी कर दिया गया है. गौरतलब है कि इससे पहले यह 14.5 फीसदी के रूप में दिया जा रहा था. यही नहीं सुनने में आ रहा है कि इसके साथ ही रेलवे, बैंकिंग के अलावा सरकार के द्वारा ब्लैक मनी के भी नियम बदले जा रहे है. इसके अंतर्गत ही यह भी सुनने में आ रहा है कि इंश्योरैंस पॉलिसी और बैंकिंग सर्विस भी महंगी हो रही है. मामले में इस बारे में जानकारी दे दे कि किसान कल्याण सैस यानी कृषि उपकर लगाए जाने के कारण इस तरह से टैक्स में बढ़ोतरी देखने को मिली है. यह बताते चले कि इसके अंतर्गत बिजली, मोबाइल का बिल भी अब और भारी हो जाना है. टैक्स को लेकर यह भी बता दे कि बैंक ड्राफ्ट, फंड ट्रांसफर के लिए आईएमपीएस, एसएमएस अलर्ट, फिल्म देखना, एयर टिकट, रेल टिकट, रेस्त्रां में खाना, माल ढुलाई, पंडाल, इवेंट, कैटरिंग, आईटी, स्पा-सैलून, होटल जैसी कई महत्वपूर्ण सेवाएं अब आपको महंगी पड़ने वाली है. जबकि इस बात से भी अवगत करवा दे कि नई कार खरीदने से लेकर घर, हेल्थ पॉलिसी पर भी सर्विस टैक्स बढ़ाया गया है. अन्य सर्विसेज को लेकर यह कहा जा रहा है कि शादी-ब्याह, बैंक ड्राफ्ट, फंड ट्रांसफर, एसएमएस अलर्ट, फिल्म देखना, पॉर्लर सर्विस, स्पा, सैलून जैसी सर्विस भी महंगी कर दी गई है. लोगों के लिए बीमा लोन भी महंगा कर दिया गया है. सर्विस टैक्स को लेकर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली भी सामने आए है. उन्होंने यह भी बताया है कि सरकार के द्वारा कृषि और ग्रामीण विकास में तेजी के कृषि उपकर लगने का काम किया गया है. गोरतलब है कि एक ही साल के अंदर सरकार ने सर्विस टैक्‍स में 2.64 फीसदी की वृद्धि को अंजाम दिया है. पिछले वर्ष में यह टैक्स जहाँ 12.36 फीसदी था तो वहीँ इसे वित्त वर्ष 2015 के बजट में 14 फीसदी पर पहुंचा दिया गया. इसके बाद यह सुनने में आया कि नवंबर माह के दौरान 0.50 फीसदी का स्वच्छ भारत सेस लगाया गया, जिसके बाद सर्विस टैक्स बढ़कर 14.5 फीसदी पर पहुँच गया. अब फिर से 0.50 फीसदी का कृषि कल्याण सेस लगाया गया है. और इसके साथ ही यह 15 फीसदी के स्तर पर पहुँच गया है. विश्लेषकों का यह भी कहना है कि सर्विस टैक्स 18 फीसदी तक जाने की सम्भवना है.