बेटे की चाहत में पैदा कर दी सात बेटियां, अब हो रहे शर्मिंदा

21 वीं शताब्दी में भी कई परिवार ऐसे है जो बेटियों की पैदाइश से संतुष्ट नहीं होते और उनके मन में लड़का पैदा करने की चाह बनी रहती है. छत्तीसगढ़ के रायपुर में रहने वाले एक परिवार को भी बेटे की चाह थी लेकिन उनकी इस चाहत की वजह से कुछ ऐसा हो गया जिससे ये परिवार अब शर्मिंदगी महसूस कर रहा है. तो चलिए अब आपको बताते है कि बेटे की चाह में इस परिवार में ऐसा क्या कर दिया. राजनांदगांव में रहने वाला ये परिवार बेटे की चाहत में ऐसा खोया की एक के बाद एक लगातार सात बेटियों को जन्म दे दिया. मजदूरी कर परिवार चलाने वाले परिवार के मुखिया विश्वनाथ निषाद की सात बेटियां है. दो बेटियों की शादी पिछले साल हुई है, लेकिन उसकी पांच बेटियां खो-खो की नेशनल प्लेयर बनकर हर साल होने वाले नेशनल स्कूल गेम्स की हिस्सा बन रही है.

ये परिवार और गांव वालों के लिए गर्व की बात होनी चाहिए लेकिन विश्वनाथ को बेटे की चाहत थी और यही कारण था उन्होंने लगातार सात बेटियों को जन्म दे दिया. पांच बार नेशनल गेम्स का हिस्सा रह चुकी विश्वनाथ की बेटियों पर अब परिवार को नाज है और विश्वनाथ को भी बेटे ना होने का कोई मलाल नहीं है. वह अब अपनी बेटियों की काबिलियत को प्रत्साहित करते है. अब अपनी बेटियों को लेकर विश्वनाथ का मामना है कि, "बेटियां उन्हें समाज व पूरे क्षेत्र में सम्मान दिला रही है. विश्वनाथ की बेटियों की काबिलियत देख बेटियों को लेकर मन में आने वाली संकीर्ण सोच बदलकर व्यापक हो गई".

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