रांची: इन दिनों पूरा देश मौसम कि मार झेल रहा हैं, कहीं भारी बारिश, कहीं पानी की किल्लत तो कहीं आंधी-तूफ़ान और बिजली का कहर. इन सभी प्राकृतिक कहरों से अभी तक देश में 50 से अधिक लोग अपनी जान गँवा चुके हैं. झारखण्ड में भी मंगलवार और बुधवार को आंधी के बीच बेमौसम बारिश से रांची के आसपास के जिलों में जान-माल की क्षति हुई, वज्रपात से राज्य में सात की मौत होने की खबर मिली है. आंधी ने जहां घरों के छप्पर, पेड़ों, बिजली के खंभों आदि पर सितम ढाया वहीं ओलों ने फसलों को तहस-नहस कर दिया, साथ ही विद्युत् आपूर्ति को भी ध्वस्त कर दिया है, राजधानी रांची सहित झारखण्ड के कई जिलों में घंटों तक बिजली गायब रही है. दोपहर बाद रांची के विभिन्न हिस्सों में तेज बारिश के साथ ओले गिरने की भी ख़बरें आई हैं. ग्रामीण इलाकों में जहां आम के मंजर नष्ट हो गए, वहीं प्याज व सब्जियों को काफी नुकसान हुआ है, कई जगहों पर तेज़ हवाओं से पेड़ उखड गए. मौसम केंद्र रांची द्वारा शुक्रवार तक के लिए झारखंड के विभिन्न हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ तेज आंधी, ओलावृष्टि व हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है, समुद्र तल से 1.5 किमी. ऊपर सब हिमालय क्षेत्र, पश्चिम बंगाल और बांगलादेश में संयुक्त रूप से तथा गंगेटिक पश्चिम बंगाल तथा आसपास के इलाके में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का क्षेत्र बना हुआ है. 10 लाख का इनामी नक्सली गिरफ्तार झारखण्ड: माओवादियों का शिकार हुआ एक और निर्दोष भगवान् के दर पर जिंदगी मांग रहा था, मिली मौत