पटना: पटना में अब शीघ्र ही मैनुअली सीवर साफ करना पिछले दिनों की बात होगी। अब पटना नगर निगम सीवर लाइन या गटर की सफाई के लिए मशीनों का उपयोग करेगा। इसे लेकर सहकारी समिति से संबंधित महिला सफाईकर्मियों को तीन माह की ट्रेनिंग भी दी गई है। दरअसल, पटना नगर निगम तथा यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड मतलब UNFPA में एक समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत समग्र परिवर्तन समारोह के अंतर्गत स्वच्छांगिनी नाम की योजना आरम्भ की गई है। इस स्कीम के तहत स्लम बस्ती की महिलाएं नालों एवं सेप्टिक टैंक की सफाई मशीनों के माध्यम से करेंगी। वही खबर के अनुसार, इसके लिए बकायदा एक सहकारी समिति बनाई गई है। इसी सहकारी समिति से जुड़ी महिलाओं को इस काम में लगाया जाएगा। महिलाओं से संबंधित स्कीम के चलते इसे स्वच्छांगिनी योजना का नाम दिया गया है। सहकारी समिति से जुड़ी महिलाओं को मशीनों के माध्यम से नालों एवं टैंक की सफाई का काम सिखाया जाएगा। साथ ही इस प्रोग्राम के तहत पहले फेज में 24 महिलाओं को नालों तथा सीवर लाइन की सफाई की ट्रेनिंग दी गई है। इसके दूसरे फेज में 25 और महिलाओं को सहकारी समिति से जोड़ा जाएगा। 1 वर्ष में 100 महिलाओं को ट्रेनिंग देकर सफाई के लिए उतारा जाएगा। पटना नगर निगम के अंतर्गत कुल 110 मलिन बस्तियां हैं। ऐसे में पटना नगर निगम ने राष्ट्रिय सफाई कर्मचारी फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कारपोरेशन से कम ब्याज दर में 21 मशीनें क्रय की हैं। वही इससे काफी मदद मिलेगी। भारतीय रेलवे का बड़ा फैसला, रद्द की ये 26 ट्रेनें विद्यार्थियों को सरकार का तोहफा, हर महीने मिलेंगे 2500 रुपये मैसूर कोर्ट ब्लास्ट केस में 5 साल बाद आया फैसला, अलकायदा के 3 आतंकी दोषी करार