नई दिल्ली: शाहीन बाग में दो महीनों से बैठे प्रर्दशनकारियों को भी कोरोना वायरस का डर मंडराने लगा है। धरने के प्रायोजक अब इस बात पर विचार कर रहे है कि धरने को जल्द से जल्द समाप्त किया जाए। नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में गत वर्ष 15 दिसंबर से बैठे लोगों को 83 दिन बीत चुके है। शहीन बाग के इस धरने से प्रेरित होकर देशभर में CAA और NRC विरोध प्रदर्शन हुए। इस बीच सरकार और प्रशासन ने भी प्रर्दशनकारियों को धरने से हटाने के लिए तमाम प्रयास किए, किन्तु शाहीन बाग का धरना खत्म नहीं हुआ। यह मसला शीर्ष अदालत तक पहुंचा लेकिन फिलहाल शाहीन बाग में धरना बदस्तूर जारी है। हालाँकि, अब जिस तरह से देश में कोरोना वायरस अपने पांव पसार रहा है उसको देखते हुए शाहीन बाग के प्रर्दशनकारियों में भी भय लगने लगा है और वो अब कोरोना वायरस के बहाने प्रर्दशन समाप्त करने की योजना बना रहे है। सरकार ने भी अधिसूचना जारी करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस के चलते लोग सावधानी बरते और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे। शाहीन बाग में आस-पास रहने वाले लोगों के साथ ही बाहर से भी लोग आ रहे है, लिहाजा कोरोना वायरस का खतरा यहां काफी अधिक बना हुआ है। इसी खतरे को देखते हुए अब ये बातें सामने आ रही है कि कोरोना वायरस के बहाने धरने को खत्म कर दिया जाए। 8 मार्च को केरल की महिलाएं रचेंगी इतिहास, CM की सुरक्षा से लेकर संभालेंगी ये अहम जिम्मे महिला दिवस पर पुरुषो को जरूर देखनी चाहिए यह फिल्में दिल्ली का भविष्य हो सकता है प्रदूषण फ्री, SC ने दूषित हवा पर बोली ये बात