बॉलीवुड के शानदार कलाकार शाहिद कपूर का कहना है कि लोकप्रियता, ग्लैमर और प्रशंसा जैसी बातें सपनों में अच्छी लगती हैं लेकिन अभिनेता हमेशा अकेला ही होता है. जो भावनाओं को व्यक्त करने की तलाश में लगा रहता है. 37 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि अकेले होने पर अपनी भावनात्मकता से खुद को मजबूत बनाते हैं जो एक कलाकार के तौर पर उन्हें समृद्ध करती हुई जाती है. बॉलीवुड में ट्रेंड में चल रहा हैं एक्टर्स का यह हेयर स्टाइल शाहिद का कहना है कि बतौर कलाकार आप हमेशा अकेले ही होते हैं. आप हर वक्त सुर्खियों में रहते हैं, और लोग उसी तौर पर आपको देखते भी हैं. शाहिद का मानना है कि जब भी कुछ भावनात्मक होता है, तो वह प्रदर्शन में दिखाई पड़ता है. उन्होंने अकेलेपन के अहसास को अपने दिल के बेहद करीब बताया है और कहा है कि इस वक्त अपने प्रति बेहद ईमानदार होता हूं और मुमकिन है कि अंदर से मैं खुद को बदल रहा होता हूं. The Mummy बने क्यों घूम रहे हैं शाहिद कपूर शाहिद ने हाल ही में कहा है कि अभिनेता क्या करता है, क्या कहता है.इसलिए अंदर जितना होता है उतना ही बाहर दिखाना भी होता है. उन्होंने इन सब को संभालना सीखा है और उनका मानना है कि लंबे करियर के लिए यह चीज बेहद ही जरूरी है. अन्यथा यह एक बेहद अजीब काम होता है. शाहिद ने यह भी माना है कि आहार आपको कुछ बेहतर करना हैं तो बतौर कलाकार आपका 'स्वार्थी' होना महत्वपूर्ण है. अपने फ़िल्मी करियर को लेकर उन्होंने कहा कि मैं महसूस करता हूं कि मैंने कई बेहद खराब फिल्में की हैं और कई बेहद अच्छी फिल्में भी की हैं. बॉलीवुड अपडेट्स... फिल्म स्त्री की शूटिंग के बाद श्रद्धा कपूर ने किया बड़ा खुलासा शाहिद और श्रद्धा का फिल्म प्रमोशन के दौरान सामने आया ग्लैमरस लुक