जबसे फिल्म 'जीरो' फ्लॉप हुई हिए तभी से दर्शक उन पर उंगली उठा रहे हैं. इसलिए शाहरुख़ भी चाहते हैं कि वो अब कोई ऐसी फिल्म चुनें जिससे उनकी खोई हुई पोजीशन उन्हें वापस मिल जाये. बीते सालों में शाहरुख ने अपने रोल्स के साथ काफी एक्सपेरिमेंट किया. चाहे वह 'फैन' हो या फिर 'जीरो' में एक बौने का किरदार, शाहरुख पर्दे पर अपनी क्षमताओं को ही चैलेंज करते दिखे. इसके बावजूद उनकी फिल्मों को पसंद नहीं किया गया. इन फिल्मों को क्रिटिक्स की काफी आलोचना झेलनी पड़ी. लेकिन इन सब के बाद अब शाहरुख ने उन सबका जवाब दिया है. दर्शा, रविवार रात हुए क्रिटिक्स फिल्म चॉइस अवॉर्ड्स 2019 में शाहरुख जब पोडियम पर आए तो उन्होंने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया. उन्होंने अपनी फिल्मों और अपने रोल्स पर बात की. शाहरुख ने कहा, 'हम फिल्ममेकर्स आर्ट ढूंढते हैं. हम लॉजिक ढूंढते हैं और स्टोरी टेलिंग की फ्री-स्प्रिट पर ध्यान नहीं देते हैं. हमें खुद को याद दिलाना होता है कि सच का कोई फॉर्म नहीं होता है. सिर्फ झूठ को ही फॉर्म करना पड़ता है. हमें खुद के प्रति सच्चा होना है.' ये सब कह कर उन्होंने उनकी क्रिटिक को जवाब दिया है जो फिल्म के फ्लॉप की बातें करते हैं. इसके आगे शाहरुख ने कहा, 'मैं अपने क्रिटिक्स साथियों से कहना चाहूंगा कि कृपया बॉलिवुड फिल्म स्टार्स की तरह न बनें. स्टार सिस्टम से दूर रहें. कई साल पहले यह सिस्टम शुरू हुआ था जिसके तले बॉलिवुड दब गया. किसी फिल्म की समीक्षा के लिए स्टार सिस्टम काफी नहीं है. 3 स्टार, 3.5 स्टार्स, 5 स्टार्स... यह फिल्म है, होटल नहीं. आज हर जगह लोग क्रिटिक्स बन गए हैं. ऐसे में फिल्म क्रिटिक्स खतरे में हैं.' शाहरुख़ का कहना ये है कि वो फिल्मों को एक्टर और एक्टिंग से आंखें न की स्टार्स देकर. नहीं रहे इस मशहूर अभिनेता के पिता, 91 की उम्र में ली अंतिम सांस साध्वी प्रज्ञा ने संजय दत्त को कहा- देशद्रोही, बहन प्रिया ने किया था जोरदार प्रहार मोदी बायोपिक : SC के हाथों में EC की रिपोर्ट, इस दिन होगी अगली सुनवाई