इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2018 के फाइनल में CSK का एक खिलाड़ी जमकर सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजों को धो कर रेख दिया था। उसे देखकर लग ही नहीं रहा था कि उसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत को अलविदा बोल दिया है। अपने इंटरनेशनल करियर के बीच भी वह कई बार पीली जर्सी में दिखाई दिए और जब तक वह मैदान पर होता सामने वाली टीम को एक फिक्र भी सताने लगी थी। वह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि शेन वॉटसन है। आज इस ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर का 41वां जन्मदिन है। चोट से रहा पुराना रिश्ता: बता दें कि कई चोटों के बावजूद वॉटसन ने खुद को एक कामयाब वनडे ऑलराउंडर के तौर पर स्थापित कर लिया गया है। बल्लेबाजी करते हुए वह बहुत ही ज्यादा आक्रामक रहे। चौड़े कंधे और गेंद पर दमदार प्रहार वॉटसन की ताकत रही। कुछ लोगों की निगाह में अगर मैथ्यू हेडन दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते तो वॉटसन की तरह ही दिखाई देते है। गेंद को बाउंड्री से बाहर पहुंचाने के लिए वॉटसन को फॉलो थ्रू की आवश्यकता नहीं थी। 2013 का वह भारत दौरा: 2013 का इंडिया का दौरा उनके करियर का लो-पॉइंट था। कोच मिकी आर्थर का एक टास्क पूरा न करने की वजह से उन्हें टीम से बाहर किया जा चुका था। उनके अलावा तीन अन्य खिलाड़ी भी बाहर हुए। दिल्ली टेस्ट में उनकी वापसी हुई। माइकल क्लार्क की गैर-मौजूदगी में उन्हें कप्तान बना दिया गया। ‘हॉकी फाइव्स’ मोड़ सकता है खेल का रुख, जानिए क्यों...? खेलो इंडिया महिला भारोत्तोलन लीग में मीरा ने अपने नाम किया गोल्ड राष्ट्रमंडल खेलों में इतने एथलेटिक्स दलों की अगुवाई करेंगे नीरज चोपड़ा