मुंबई: NCP में टूट के पश्चात् एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल चुके चाचा-भतीजे शरद पवार एवं अजित पवार फिर एक साथ एक ही मंच पर नजर आ सकते हैं। 1 अगस्त को पुणे में लोकमान्य तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री मोदी पहुंचने वाले हैं। यहां पीएम मोदी को सम्मानित किया जाएगा। प्राप्त खबर के अनुसार, शरद एवं अजित पवार दोनों ही इस समारोह में हिस्सा लेंगे। ऐसे में पार्टी में टूट के बाद पहला अवसर होगा जब दोनों साथ नजर आ सकते हैं। ट्रस्ट ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को लोकमान्य तिलक नेशनल अवॉर्ड दिया जाएगा। यह सम्मान उन्हें लीडरशिप एवं जनता में देशभक्ति की भावना उत्पन्न करने के लिए दिया जा रहा है। ट्रस्ट ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों के अंदर देशभक्ति की भावना जागृत की है तथा भारत को वैश्विक स्तर पर सम्मानित किया है। उनके काम एवं मेहनत को ध्यान में रखकर ट्रस्टियों ने उन्हें इस सम्मान के लिए चुना है। लोकमान्य तिलक की 103वीं पुण्यतिथि के अवसर पर इस समारोह का आयोजन किया जा रहा है। ट्रस्ट की ओर से जारी आधिकारिक रिलीज के अनुसार, शरद पवार इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी एवं शरद पवार दोनों ही संबोधित करेंगे। इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, सीएम एकनाथ शिंद, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस एवं अजित पवार, कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे भी समारोह में मौजूद रहेंगे। बता दें कि 2 जुलाई को अचानक अजित पवार ने NCP में बगावत की और शिंदे सरकार में मंत्रिपद की शपथ ले ली। उनके साथ आठ अन्य विधायकों ने भी शपथ ली। फिर दोनों ने शक्ति प्रदर्शन किया। अजित पवार का दावा है कि उनके पास 40 से अधिक MLA हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी पहले भी NCP पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं। 27 जून को भी मध्य प्रदेश में एक सभा के चलते उन्होंने सिचाई घोटाला, बैंक और खनन घोटाले के आरोप NCP पर लगाए थे।