कोलकाता: पश्चिम बंगाल में जीत का परचम लहराने वालीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी, महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने वाले शरद पवार और चुनाव दर चुनाव कमाल दिखाने वाले प्रशांत किशोर. देश की सियासत की इस तिकड़ी ने दिल्ली का सियासी पारा चढ़ा दिया है. एक ओर बंगाल में कमाल दिखाने के बाद ममता ने कोलकाता से दिल्ली दौड़ की तैयारी आरंभ कर दी है. वहीं प्रशांत किशोर भी शरद पवार के साथ बैठक पर बैठक कर रहे हैं. आज एक बार फिर प्रशांत और शरद पवार की बैठक हुई है. ख़बरों की मानें तो शरद पवार चाहते हैं कि प्रशांत किशोर उनके साथ मिलकर कार्य करें. प्रशांत किशोर की रणनीतिक सफलता को देखते हुए शरद पवार चाहते हैं कि वो उनकी सहायता करें. महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) तीसरे नंबर की पार्टी है. ऐसे में वहां पर कैसे ये पार्टी मज़बूत हो इस पर विचार-विमर्श जारी है. दोनों ही दिग्गजों की बुधवार को भी बैठक हुई. बता दें कि इससे पहले PK और शरद पवार दो बार बैठक कर चुके हैं. जिसके बाद से ही सियासी सरगर्मियां बढ़ी हुयी हैं. हालांकि, प्रशांत के बयानों पर गौर करें तीसरे मोर्चे के संदर्भ में जो बातें प्रशांत ने सोमवार को कही थीं, कि मौजूदा भाजपा का मुकाबला 2024 में तीसरा मोर्चा नहीं कर सकता. इसी बात को अगले ही दिन शब्दों में राष्ट्रमंच के नेताओं ने प्रेस वार्ता में भी कहा था. प्रेस वार्ता में कहा गया था कि शरद पवार के घर हुई बैठक भाजपा के खिलाफ मोर्चा बनाने के लिए नहीं थी, बल्कि मौजूदा स्थिति में समान विचारधारा वाले लोग एक साथ आकर मुकाबला करें. रिकॉर्ड टीकाकरण पर चिदंबरम का तंज, कहा- इसके लिए मिल सकता है नोबल पुरस्कार भारत-तालिबान की मुलाकात पर दिग्विजय सिंह का केंद्र सरकार पर हमला, बोले- क्या यह राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आएगा? महबूबा मुफ़्ती का सवाल- जब तालिबान से बात हो सकती है, तो पाकिस्तान से क्यों नहीं ?