मुंबई: दीपावली से पहले केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल एवं डीजल की एक्साइज ड्यूटी घटा दी गई, जिससे पेट्रोल तथा डीजल सभी प्रदेशों में क्रमश: 5 एवं 10 रुपये सस्ता हो गया। तत्पश्चात, कुछ प्रदेशों ने वैट में भी कटौती की, जिससे उन प्रदेशों में ईंधन के दाम और घट गए। मगर महाराष्ट्र ने अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार की ओर से शरद पवार तथा सांसद अरविंद सावंत ने केंद्र पर निशाना साधा है। शरद पवार ने बताया कि केंद्र सरकार पहले महाराष्ट्र की GST की वह राशि अदा करे जो उस पर बकाया है। उसके पश्चात् पेट्रोल-डीजल पर कर कम करने पर प्रदेश सरकार फैसला लेगी। पवार ने कहा, 'प्रदेश सरकार से अवश्य व्यक्तियों को राहत प्राप्त होगी। सरकार अवश्य ऐसे कदम उठाएगी, मगर पहले केंद्र सरकार प्रदेश सरकार को GST की बकाया रकम अदा करे।' पवार ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने भी केंद्र सरकार से यह बात कह दी है। दूसरी तरफ शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने बताया कि पांच रुपये (पेट्रोल पर) कम करके केंद्र सरकार ढोल पीट रही है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी को और कम कर दे, स्वयं ही व्यक्तियों को ईंधन सस्ता प्राप्त होने लगेगा। सावंत ने भी GST शेयर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि GST शेयर प्राप्त होने पर प्रदेश सरकार भी लोगों को राहत देने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शासित प्रदेशों में VAT राजनीतिक वजहों से घटाया गया है। इस राज्य में ख़त्म होगा ‘नाइट कर्फ्यू’ स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा- "15 करोड़ वैक्सीन की डोज अभी भी राज्यों के पास उपलब्ध..." सिद्धू ने वापस लिया अपना इस्तीफा, लेकिन कामकाज संभालने के लिए रख दी ये अहम शर्तें