आप सभी को बता दें कि शरद पूर्ण‍िमा बड़ी ही उत्तम तिथि है और इस दिन कई काम सफल हो जाते हैं. ऐसे में इस दिन को 'कोजागरी व्रत' के रूप में भी मनाया जाता है. खा जाता है यह दिन इतना शुभ और सकारात्मक होता है कि छोटे से उपाय से बड़ी-बड़ी विपत्तियां टल जाती हैं. वहीं पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था और इसलिए धन प्राप्ति के लिए यह तिथि सबसे उत्तम मानी जाती है. कहा जाता है इस दिन प्रेमावतार भगवान श्रीकृष्ण, धन की देवी मां लक्ष्मी और सोलह कलाओं वाले चंद्रमा की उपासना से अलग-अलग वरदान प्राप्त किए जा सकते हैं. आइए जानते हैं शरद पूर्णिमा का महत्व - कहा जाता है शरद पूर्णिमा काफी महत्वपूर्ण तिथि है, इसी तिथि से शरद ऋतु का आरम्भ होता है. इसी के साथ इस दिन चन्द्रमा संपूर्ण और सोलह कलाओं से युक्त होता है. ऐसा भी कहा जाता है कि इस दिन चन्द्रमा से अमृत की वर्षा होती है जो धन, प्रेम और सेहत तीनों देती है. कहते हैं प्रेम और कलाओं से परिपूर्ण होने के कारण श्री कृष्ण ने इसी दिन महारास रचाया था जो बहुत शानदार था. कहते हैं इस दिन विशेष प्रयोग करके बेहतरीन सेहत, अपार प्रेम और खूब सारा धन पाया जा सकता है लेकिन प्रयोगों के लिए कुछ सावधानियों और नियमों के पालन की आवश्यकता है. आप सभी को बता दें कि इस बार शरद पूर्णिमा 23 अक्टूबर को मनाई जाने वाली है. इस एकादशी पर करें ऐसे पूजन, जानिए शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर को पापांकुशा एकादशी, जानिए पौराणिक कथा