आप सभी को बता दें कि इस बार शरद पूर्णिमा कल यानी 23 अक्टूबर को मनाई जाने वाली है ऐसे में पुराने समय से ही शरद पूर्णिमा को बेहद महत्वपूर्ण पर्व के रूप में मनाया गया है. ऐसे में इस दिन जहां एक ओर मां लक्ष्मी धनवर्षा करती हैं, वहीं कुछ विशेष उपायों से सेहत की समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है. आइए जानते हैं उन उपायों को. अच्छी सेहत के लिए किए जा सकते हैं यह उपाय- सबसे पहले रात के समय स्नान करके गाय के दूध में घी मिलाकर खीर बनाएं. ओर फिर भगवान कृष्ण की विधिवत उपासना करके उन्हें खीर का भोग अर्पित करें. इसके बाद मध्य रात्रि में जब चन्द्रमा पूर्ण रूप से उदित हो जाएं तब उनकी उपासना करें और फिर चन्द्रमा के मंत्र "ॐ सोम सोमाय नमः" का जाप करें. इसके बाद खीर को चन्द्रमा की रौशनी में रख दें. अब खीर को कांच, मिट्टी या चांदी के पात्र में ही रखें, अन्य धातुओं का प्रयोग कतई ना करें. इसके बाद सुबह जितनी जल्दी इस खीर का सेवन करें उतना ही उत्तम होगा और लाभदायक भी. इसी के साथ यह भी कहते हैं इस खीर का सेवन भोर में सूर्योदय के पूर्व किया जाय तो उत्तम फलदाई होगी. अब आइए जानते हैं शरद पूर्णिमा व्रत कथा - कथा के अनुसार एक साहूकार की दो बेटियां थी और दोनों पूर्णिमा का व्रत रखती थी. बड़ी बेटी ने विधिपूर्वक व्रत को पूर्ण किया और छोटी ने व्रत को अधूरा ही छोड़ दिया. फलस्वरूप छोटी लड़की के बच्चे जन्म लेते ही मर जाते थे. एक बार बड़ी लड़की के पुण्य स्पर्श से उसका बालक जीवित हो गया और उसी दिन से यह व्रत विधिपूर्वक पूर्ण रूप से मनाया जाने लगा. इस दिन माता महालक्ष्मी जी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. रोगियों के लिए वरदान बनकर आती है शरद पूर्णिमा की रात इस बार 23 अक्टूबर को है शरद पूर्णिमा, जानिए व्रत विधि और सावधानियां क्या आप जानते हैं शरद पूर्णिमा का महत्व