आप सभी को बता दें, कि शारदीय नवरात्रि इस बार 29 सितंबर से शुरू हो रही हैं. ऐसे में नवरात्रि में कलश स्थापना चक्र सुदर्शन मुहूर्त यानी की अभिजीत मुहूर्त में करना श्रेष्ठ माना जाता हैं और अगर अभिजित मुहूर्त में कलश स्थापना संभव ना हो तो अनुकूल लाभ, शुभ और अमृत चौघड़िया श्रेष्ठ माना गया हैं अगर किसी संयोगवश, इनमें भी आप कलश स्थापना न कर पायें तो सोम, बुध, गुरु और शुक्र में से किसी भी एक दिन होरा में कलश स्थापना कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं स्थापना के मुहूर्त. जानिए नवरात्रि में कलश स्थापना के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त - 29 सितंबर, रविवार आश्विन शुक्ल प्रतिपदा रात्रि 08 बजकर दस मिनट तक नवरात्रि ध्यान दें 07 बजकर 42 मिनट से पहले कलश स्थापना भूल कर भी न करें अन्यथा पारिवारिक कलह और धनहानि होने की संभावना बन सकती है. इन मुहूर्तों में करें कलश स्थापना - सुबह 07 बजकर 42 मिनट से 09 बजकर 11 मिनट तक चर चौघड़िया सामान्य किन्तु कलश स्थापना किया जा सकता हैं.वही सुबह नौ बजकर 11 मिनट से 10 बजकर 40 मिनट तक लाभ चौघड़िया अतिशुभ और कल्याणकारी, व्यापार में लाभ, नए अनुबंध और कर्ज से मुक्ति देने वाली हैं.वही सुबह नौ बजकर 11 मिनट से 10 बजकर 40 मिनट तक लाभ चौघड़िया अतिशुभ और कल्याणकारी, व्यापार में लाभ, नए अनुबंध और कर्ज से मुक्ति देने वाली हैं, सुबह 10 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 10 मिनट तक अमृत चौघड़िया जो उत्तम शिक्षा,संतान सुख, शौभाग्य वर्धक, आरोग्य, मान सम्मान और धन वृद्धि करने वाली हैं. वही इसी अवधि के मध्य 11 बजकर 36 मिनट से 12 बजकर 24 मिनट तक के मध्य चक्र सुदर्शन मुहूर्त भी पड़ रहा हैं जो सर्वकल्याणकारी और सर्व दुखहारी हैं. हर दिन लगाए दुर्वा घास का तिलक, हो जाएंगे मालामाल भूत-प्रेत से डरते हैं तो आज ही शुरू करें हनुमान बाहुक का पाठ अगर नहीं हो रहा है विवाह तो करें इस मंत्र का जाप