इस समय शारदीय नवरात्र चल रहे हैं और नवरात्र के 6वें दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कत्यायनी का पूजन किया जाता है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं माँ का स्वरूप और उनके पूजन की विधि, जिसे अपनाने के बाद आप माँ का आशीर्वाद पा सकते हैं. आइए जानते हैं. ऐसा है मां कत्यायनी का स्वरुप - मां कात्यायनी देवी का शरीर सोने के समाना चमकीला है और चार भुजा वाली मां कात्यायनी सिंह पर सवार हैं. माँ ने एक हाथ में तलवार और दूसरे हाथ में कमल का फूल लेकर सुशोभित है. इसी के साथ ही दूसरें दोनों हाथों में वरमुद्रा और अभयमुद्रा में हैं. मां कत्यायनी का वाहन सिंह हैं. कहा जाता है नवरात्र की षष्ठी तिथि के दिन देवी के इसी स्वरूप की पूजा होती है वह भी इस वजह से क्योंकि इसी तिथि में देवी ने जन्म लिया था और महर्षि ने इनकी पूजा की थी. मां कत्यायनी को भोग - कहते हैं मां को शहद का भोग लगाना शुभ माना होता है. ऐसे करें देवी कात्यायनी की पूजा विधि - नवरात्र के छठे दिन देवी के पूजन में शहद का बहुत महत्व होता है और इस दिन प्रसाद में शहद का इस्तेमाल करना चाहिए. इसी के साथ माँ के प्रभाव से सुंदर रूप मिलता है इस कारण इस दिन सबसे पहले मां कत्यायनी की तस्वीर को लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर स्थापित करना चाहिए. अब इसके बाद मां की पूजा उसी तरह करें जैसे कि नवरात्र के पांच दिन आपने की और अब इसके बाद हाथों में लाल फूल लेकर मां की उपासना इस मंत्र के साथ करें. चंद्रहासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना. कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनि.. अब इसके बाद मां को हाथ जोड़कर फूल अर्पित करें तथा मां का षोचशोपचार से पूजन करें और नैवेद्य चढ़ाए और 108 बार इस मंत्र का जाप करें. ऊं ऐं हीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे. शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन इस तरह से करें देवी चंद्रघंटा का पूजन प्रियंका गाँधी ने ट्विटर पर शेयर किया शक्ति श्लोक, लिखा- दादी ने सिखाया था... पीएम मोदी और सोनिया गाँधी ने देशवासियों को दी दुर्गा पूजा की बधाई