नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को कहा कि राफेल मुद्दा, बोफोर्स के मुकाबले 20 गुना बड़ा है लेकिन मीडिया पहले जैसा कोई महत्व नहीं दे रहा है. उन्होंने कहा कि 1980 के दशक के अंत में मीडिया ने बोफोर्स के मुद्दे को लगातार उछाला था और यह अनिवार्य रूप से तत्कालीन प्रधान मंत्री राजीव गांधी की छवि को खराब करने के लिए किया गया था और इसी कारण 1989 में कांग्रेस की हार हुई थी. आज 'चैंपियंस ऑफ द अर्थ' अवार्ड से नवाज़े जाएंगे पीएम मोदी, इस वजह से उन्हें मिल रहा है ये सम्मान थरूर ने कहा, 1980 के दशक में, एक भी दिन ऐसा नहीं था, जिस दिन मीडिया में बोफोर्स का नाम न आया हो, यहां तक कि मीडिया ने विदेशों में भी संवाददाता भेजे, सिर्फ ये जानने के लिए की बोफोर्स डील में क्या हुआ था. उन्होंने कहा कि आज, हमारे पास एक घोटाला है जो बोफोर्स से धन के मामले में 20 गुना बड़ा है, वह राफेल घोटाला है, क्या मीडिया आप इसे पहले जैसा कोई महत्व दे रहे हैं... बिलकुल नहीं. चैंपियन ऑफ़ द अर्थ सम्मान, सवा सौ करोड़ देशवासियों का सम्मान- पीएम मोदी थरूर ने कहा कि राफले मुद्दे की जांच करने के लिए किसी में भी साहस नहीं है और न ही मीडिया इसमें दखल दे रहा है, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. आपको बता दें कि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी राफेल सौदे से अनिल अंबानी के रिलायंस डिफेंस लिमिटेड को लाभान्वित करने का केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है. हालांकि, बीजेपी और रिलायंस डिफेंस ने सभी आरोपों को झूठ के रूप में खारिज कर दिया है. खबरें और भी:- जेटएयरवेज ने ग्राहकों को दिया तोहफा सबसे शीर्ष पर है आधुनिक भुगतान करने में, पेटीएम राफेल डील मामला : राहुल ने पीएम मोदी पर फिर साधा निशाना, कसे कई तंज