वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर बीजेपी को अपने ही नेताओं द्वारा फजीहत का सामना करना पड़ रहा है. जीएसटी के ऊपर बीजेपी नेताओं के बीच ही सहमति नहीं बन पा रही है. जहां एक तरफ पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को हटाने की मांग कर रहे है तो दूसरी तरफ बिहार से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी ट्वीट कर पार्टी के ऊपर बड़ा बेम फोड़ा है. एक्टर और सांसद सत्रुधन सिन्हा ने कहा कि, 'इस पोस्ट ने सोच में डाल दिया.. अगर ‘नोटबंदी’ से लोग खुश होते तो जश्न सरकार नहीं, लोग मना रहे होते..' गौरतलब है कि नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर मोदी सरकार ने इस दिन को 'एंटी ब्लैकमनी डे' के रूप में मनाया था. हालांकि केंद्र की मोदी सरकार के के लिए इन दोनों नेताओं का बगावती रुख चिंता का विषय बना हुआ है. अब ये देखना मजेदार होगा कि बीजेपी अपने इन क्रांतिकारी नेताओं की बयानबाजी से कैसे बचती है. आपको बता दें कि, इससे पहले अमित शाह के बेटे जय शाह के मामले में भी इन दोनों नेताओं ने पार्टी के सुर से सुर न मिलाते हुए अगल ही बयानबजी की थी. हालांकि शत्रुघ्न सिन्हा के इस ताजा बयान पर बीजेपी की तरफ से फ़िलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन गुजरात चुनावों को मद्देनजर रखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि, जहां एक तरफ कांग्रेस जीएसटी को लेकर मोदी सरकार घेरने में लगी है वहीं दूसरी तरफ इन नेताओं की बयानबाजी बीजेपी को चुनावों में नुकसान पहुंचा सकती है. अपने विवादित केस का राज खोलने के लिए, गेल ने मांगी मोटी रकम मुस्लिम योग टीचर के खिलाफ फतवा जारी एयर इंडिया के पयलट ने बीच में छोड़ा सफर