शत्रुघ्न ने कहा कि कठुआ गैंगरेप मामले को लेकर पूरी दुनिया हमारी भर्त्सना कर रही है और देश का नाम खराब हुआ है. ऐसा साफ दिख रहा है कि दोषियों को बचाने में बीजेपी के कुछ लोग लगे हैं. सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का नारा देते हैं, लेकिन देश में बेटियों को बचाने के लिए क्या कर रहे हैं, यह कोई नहीं जानता. 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' केवल नारा बनकर रह गया है. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मेरे जैसे लोग सरकार को आईना दिखाने की कोशिश करते हैं तो हमें देशद्रोही करार दे दिया जाता है. मेरी पार्टी मुझे अछूत महसूस करवाती है. उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के साथ तब से हूं जब हमारे केवल दो सांसद हुआ करते थे और आज तक पार्टी में मेरे खिलाफ जोर-जबर्दस्ती की जाती है, मगर मैं फिर भी संघर्ष कर रहा हूं. सिन्हा ने कहा कि जब तक पार्टी में हूं, पार्टी की मान मर्यादा का पालन करूंगा और अनुशासित रहूंगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी अगर मुझे पार्टी से निकालती है तो उन्हें न्यूटन का तीसरा नियम याद रखना चाहिए कि प्रत्येक क्रिया के समान एवं विपरीत प्रतिक्रिया होती है. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बीजेपी मुझे पार्टी से नहीं निकालेगी तो मैं खुद पार्टी नहीं छोड़ूंगा. मुझे नहीं लगता है कि मैंने ऐसा कोई काम किया है कि मुझे पार्टी से निकाला जाए. गौरतलब है कि वरिष्ठ बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने कल ही बीजेपी ने तमाम रिश्तें तोड़ने का एलान करते हुए सियासत से सन्यास लेने का फैसला लिया था. यशवंत सिन्हा ने कहा सियासत को अलविदा बीजेपी में दलित नेताओं का बढ़ता विरोध भाजपा के बाग़ियों ने बनाया गैर राजनीतिक मंच