1- जैसे जैसे इन सर्दियों में कोहरा हुआ चाय के साथ मेरा इश्क़ और गहरा हुआ। 2- मैं सुकून लिखूं तुम गंगाघाट समझ लेना, मैं इश्क़ लिखूं तुम चाय समझ लेना। 3- चाय के नशे का आलम तो कुछ यह है गालिब कोई राई भी दे तो अदरक वाली बोल देते है. 4- जैसे – जैसे शाम ढलती जा रही है तुम्हारे संग चाय की तलब बढ़ती जा रही है। 5- काश, में इस तरह की चाय बना पाता, नफरतों को दिल से हमेशा के लिए मिटा पाता। 6- मैंने खूबसूरत लोगों को सावंली चाय पर मरते देखा है शायद इसलिए इश्क़ नाम रख दिया लोगों ने चाय का। 7- तस्वीरों के साथ इश्क का वहम पाल रखा है वो तेरा चाय का झूठा कप आज भी सम्भाल रखा है…. 8- कुछ इस तरह से मेरी ज़िन्दगी में उसका राज है जैसे चाय की चुस्की में अदरक का स्वाद है। 9- ना इश्क़, मोहब्ब्त और प्यार, और ना ही किसी का दीदार, हमे तो पसन्द है अपने दोस्तों के साथ वो कुल्हड़ वाली चाय। 10- रोक देंगे हम मोहब्बत को तलाश करना बस कोई हम सा चाय का शौकीन मिल जाये। कूटने से बढ़ती हैं- 'इम्युनिटी पॉवर' Good Night 2022 Quotes: सपनों की कीमत वही समझता है... सर्दी पर शायरी