'घुसपैठियों को बंगाल में बसाया, लेकिन शरणार्थियों को नागरिकता देने का विरोध कर रहीं..', ममता पर जमकर बरसे अमित शाह

कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज पश्चिम बंगाल के रायगंज में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों का जिक्र करते हुए राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला, तो साथ ही अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। अमित शाह ने कहा कि, आज हनुमान जयंती का दिन है और 22 जनवरी, 2024 को मोदी जी ने राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा करने का काम किया है। 500 वर्षों से रामलला को टेंट में बिठाकर रखा था। बंगाल वालों ने 2019 में 18 सीटें दीं और राम मंदिर का केस भी जीता, मोदी जी ने राम मंदिर का भूमि पूजन भी किया और प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी। 

अमित शाह ने कहा कि, कांग्रेस और ममता बनर्जी दोनों, राम मंदिर का विरोध करते थे, लेकिन बंगाल ने 18 सीटें दी तो अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन गया। अब आप 35 सीटें दे दीजिए, बंगाल को हम घुसपैठ से मुक्त करा देंगे। उन्होंने कहा कि, पश्चिम बंगाल की जनता के सामने ममता बनर्जी का असली चेहरा बेनकाब हो गया है। उन्हें याद रखना चाहिए कि पश्चिम बंगाल के लोग वास्तविकता जान चुके हैं और वे भाजपा को चुनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, मैं बंगाल को मोदी जी की गारंटी देने आया हूं, हमें वोट दीजिए, फिर बंगाल के गरीबों के हक पर संत्रास करने की ममता दीदी की हिम्मत नहीं होगी। भाजपा, बंगाल से कटमनी को भी समाप्त कर देगी। 

अमित शाह ने कहा कि, मोदी जी के शानदार नेतृत्व ने 80 करोड़ से अधिक गरीबों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया। यह उनके नेतृत्व में ही है कि 4 करोड़ से अधिक लोगों को पक्के घर उपलब्ध कराए गए और लगभग 14 करोड़ घरों को नल के पानी का कनेक्शन दिया गया। लेकिन ममता पश्चिम बंगाल के लोगों को केंद्रीय योजनाओं का लाभ नहीं मिलने देतीं। उन्हें डर है कि अगर मोदी जी द्वारा दिया गया लाभ जमीनी स्तर तक पहुंच गया तो लोग उनका समर्थन करेंगे। आज मैं आपको गारंटी देता हूं कि अगर आप हमें 30-35 सीटों का आशीर्वाद देंगे तो ममता आपका हक नहीं छीन पाएंगी।

उन्होंने कहा कि, एक ओर तो दीदी आप घुसपैठियों को प्रदेश में आने दे रही हो, दूसरी ओर शरणार्थियों की नागरिकता का विरोध कर रही हो। कांग्रेस पार्टी या ममता बनर्जी की हिम्मत नहीं है कि वो CAA को हटा सके। हर हिंदू शरणार्थी को ​नागरिकता मिलेगी। अमित शाह ने कहा कि, संदेशखाली में वोट बैंक के लिए ममता दीदी ने गरीब लाचार माताओं-बहनों पर अत्याचार होने दिया। संदेशखाली की माताओं-बहनों ने संघर्ष किया और हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया और ममता दीदी के सारे चट्टे-बट्टे आज जेल में हैं। ममता बनर्जी के राज में चुनावी हिंसा होती है। पंचायत चुनाव के दौरान 200-200 लोग मारे जाते हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद लोगों की हत्या होती है। देशभर में चुनाव होते हैं, कहीं हिंसा नहीं होती है, बंगाल में चुनावी हिंसा होती है इसका कारण सिर्फ टीएमसी है।

उन्होंने आगे कहा कि, मां, माटी, मानुष का नारा देकर ममता बनर्जी सत्ता में आई थीं। मां को तो संदेशखाली में अपमानित किया, माटी को बांग्लादेशी घुसपैठियों के हवाले किया और मानुष को भ्रष्टाचार और हिंसा करके समाप्त किया। अब समय आ गया है टीएमसी को सबक सिखाने का। 

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