ढाका: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रदर्शनों के चलते पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही वे राजधानी ढाका से चली गई हैं। सूत्र ने बताया है कि, "वह और उनकी बहन गणभवन (प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास) छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं।" सूत्र ने बताया कि, "वह भाषण रिकॉर्ड करना चाहती थीं। लेकिन उन्हें ऐसा करने का अवसर नहीं मिल सका।" बताया जा रहा है कि, शेख हसीना ने भारत के लिए उड़ान भर ली है और देश में आर्मी ने मोर्चा संभाला है। लेकिन शेख हसीना पश्चिम बंगाल नहीं जाएंगी, वे त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में उतर सकती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सैकड़ों हज़ारों प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए राजधानी की सड़कों पर मार्च किया और बाद में प्रधानमंत्री के महल पर धावा बोल दिया। तस्वीरों में दिख रहा है कि भीड़ ढाका में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास की ओर भाग रही है और जश्न मनाते हुए कैमरे की ओर हाथ हिला रही है। मीडिया ने बताया है कि ढाका में बख्तरबंद वाहनों के साथ सैनिकों और पुलिस ने शेख हसीना के कार्यालय तक जाने वाले मार्गों पर कांटेदार तार लगाकर अवरोधक लगा दिए थे, लेकिन भारी भीड़ सड़कों पर उतर आई और अवरोधकों को तोड़ दिया। स्थानीय मीडिया ने अनुमान लगाया कि लगभग 400,000 प्रदर्शनकारी सड़कों पर थे, लेकिन इस आंकड़े की पुष्टि करना असंभव था। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान कल भीषण झड़पों में 98 लोगों के मारे जाने के बाद राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। इसके साथ ही पिछले महीने शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों से अब तक मरने वालों की संख्या 300 से अधिक हो गई है। शेख हसीना के बेटे ने देश के सुरक्षा बलों से उनके शासन को किसी भी तरह से अपने नियंत्रण में लेने से रोकने का आग्रह किया, जबकि एक वरिष्ठ सलाहकार ने एएफपी को बताया कि उनके इस्तीफे की संभावना है, क्योंकि उनसे पूछा गया था कि क्या वह इस्तीफा देंगी। सिविल सेवा नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ पिछले महीने शुरू हुई रैलियां, प्रधानमंत्री हसीना के 15 साल के शासन के सबसे खराब प्रदर्शनों में बदल गईं और 76 वर्षीय प्रधानमंत्री से पद छोड़ने की मांग व्यापक स्तर पर उठने लगी। ये प्रदर्शन पूरे बांग्लादेश में एक व्यापक सरकार विरोधी आंदोलन बन गए हैं। इसमें बांग्लादेशी समाज के सभी वर्गों के लोग शामिल हुए हैं, जिनमें फिल्मी सितारे, संगीतकार और गायक शामिल हैं। लोगों से समर्थन की अपील करने वाले गाने सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से फैल गए हैं। 77 मुस्लिम जातियां OBC कैसे हो गईं ? बंगाल में आरक्षण पर खेला, SC ने ममता सरकार से माँगा जवाब, INDIA गठबंधन मौन ! 'ओवैसी बताएं, संविधान में वक्फ कहाँ लिखा है..', AIMIM चीफ को सुप्रीम कोर्ट के वकील ने दी चुनौती ? बांग्लादेशी घुसपैठियों का नया अड्डा बना त्रिपुरा, 3 महिलाओं सहित 12 अवैध प्रवासी गिरफ्तार