दुनिया के हर देश की अपनी एक मुद्रा होती है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसकी कीमत में काफी अंतर होता है. जैसे भारत की मुद्रा रुपये और अमेरिका की मुद्रा डॉलर पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इनकी कीमत में काफी अंतर है. मौजूदा वक़्त में एक डॉलर की कीमत भारतीय मुद्रा में 66 रुपये के बराबर है. दुनिया के हर में मुद्रा को बैंक में जमा किया जाता है पर एक देश ऐसा है जहां पर मुद्रा को सडकों पर रखकर बेचा जाता है. जिस तरह भारत में सब्जी और फलों की दुकानें सडकों पर लगती हैं वैसे ही इस देश में मुद्राओं सड़कों पर रखकर बेचा जाता है. हम बात कर रहे हैं अफ्रीका के पड़ोसी देश सोमालीलैंड की. जिसे अभी तक अंतराष्ट्रीय मान्यता नहीं मिली है. यह देश दुनिया के पिछड़े हुए देशों में शामिल है. यहाँ की आजीविका का साधन ऊंटों का निर्यात व टूरिज़्म है. इस देश की मुद्रा का नाम शिलिंग है. जिसकीअंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोई कीमत नहीं है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्रा की कोई कीमत न होने की वजह से यहाँ 500 व 1000 जैसे बड़े नोटो का अधिक प्रचलन है इसलिए यहाँ सड़क पर नोट बिकते हुए देखा जा सकते है. इस देश की मुद्रा दूसरे देशों की तुलना में काफी सस्ती है. यह देश यूएन की लिस्ट में पिछड़ा हुए राष्ट्रों की सूची में शामिल है. बता दें की 1 डॉलर की कीमत 9000 शिलिंग है अगर आप 10 डॉलर देते है तो उसके एवज में आपको 50 किलोग्राम शिलिंग है. सोना पहनने के मामले में बप्पी लहरी का बाप है ये शख्स कोर्ट का आदेश बच्ची का नाम बदलो नहीं तो हम बदल देंगे इधर अरबाज भाई सट्टेबाजी में फंस गए, उधर ट्वीटर पर लोग उनकी लेने लग गए