मुंबई: महाराष्ट्र में सीएम एकनाथ शिंदे की सरकार शपथ ले चुकी है, मगर अभी तक मंत्रालयों का बंटवारा नहीं हुआ। शिवसेना से बगावत कर आए शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी की मदद से नई सरकार बना ली है तथा पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया गया है। ऐसे में देखना है कि रिक्त पड़े 40 मंत्री पदों में से किसके हाथ कितने मंत्रालय आते हैं। महाराष्ट्र सरकार में कुल 42 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसमें सीएम और डिप्टी सीएम का पद सम्मिलित है। अब एकनाथ शिंदे जहां सीएम बन चुके हैं, तो वहीं डिप्टी सीएम पद पर देवेन्द्र फडणवीस हैं। यानी महाराष्ट्र सरकार में अभी 40 मंत्री पद खाली हैं। शिवसेना से बगावत कर एकनाथ शिंदे गुट में सम्मिलित हुए विधायकों में 9 ऐसे हैं, जो उद्धव ठाकरे की महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री थे। इनमें 5 कैबिनेट मंत्री एवं 4 राज्यमंत्री थे। उम्मीद की जा रही है नए कैबिनेट में इन सभी को फिर से जगह मिल सकती है। इस प्रकार एकनाथ शिंदे के गुट से नई सरकार में 15 से 16 मंत्री सम्मिलित हो सकते हैं। वही एकनाथ शिंदे की सरकार में भाजपा के खाते में अधिक मंत्री पद आ सकते हैं। भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पार्टी और शिंदे गुट के बीच 65 और 35 फीसदी के हिसाब से मंत्री पदों का बंटवारा हो सकता है। यदि ऐसा हुआ तो भाजपा के खाते 24 से 25 मंत्री आएंगे, जबकि शिंदे गुट के 15 से 16 मंत्री नई सरकार की मंत्री परिषद का भाग हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त कई छोटी पार्टियों एवं निर्दलीय विधायकों ने भी नई सरकार को समर्थन दिया है। ऐसे में उन्हें भी नई मंत्री परिषद में जगह प्राप्त हो सकती है। इससे एक बात तो स्पष्ट है, कि भले जेपी के पास चाहे सीएम पद हो या ना हो, किन्तु स्पीकर, डिप्टी सीएम जैसे अहम पदों के साथ ही उसके पास सरकार में अधिक मंत्री होंगे तथा उन्हें महत्वपूर्ण विभाग भी दिए जाएंगे। 'ये वक़्त ही बताएगा...', क्या घोटाला करने के बाद भी ममता को आँखें दिखा रहे पार्थ ? बीच सड़क पर आपस में भिड़े विश्वास सारंग और दिग्विजय सिंह, मचा भारी हंगामा 'यदि हज़ार मोदी भी आ जाएं तो..', कर्नाटक की स्थिति पर ये क्या बोल गए कुमारस्वामी