मुंबई: शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने ठाकरे गुट पर हमला बोल दिया है। उन्होंने बोला है कि उद्धव गुट का कांग्रेस में विलय होगा। शिरसाट ने बोला है कि हमने कोई गुट नहीं बनाया है। हम ही असली शिवसेना ही है। हमने नियम के अनुसार निर्णय लिया है। चुनाव आयोग ने भी हमें ही शिवसेना माना। इतना ही नहीं, अदालत ने भी चुनाव आयोग के निर्णय को स्टे नहीं दिया। जल्द ही ठाकरे गुट कांग्रेस में विलीन हो जाएगा। सेंट्रल हॉल में सुनाया जाएगा फैसला: विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर 16 विधायकों की अयोग्यता को लेकर 34 अर्जियों पर निर्णय सुना दिया है। सेंट्रल हॉल में यह फैसला सुना दिया है। महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज का दिन अहम साबित हुआ। महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सीएम एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों की अयोग्यता केस में फैसला सूना दिया है। स्पीकर नार्वेकर ने बताया फैसले का आधार: स्पीकर राहुल नार्वेकर ने 1200 पन्नों के आदेश को पढ़ते हुए बोला है कि इस केस में दाखिल याचिकाओं को 6 समूहों में रखा गया। पहले ग्रुप वन के तहत सुभाष देसाई की याचिका पर वे फैसला सबसे पहले पढ़ा। शिंदे गुट के चीफ व्हिप ने की भगवान राम की जयकार: इस बीच शिंदे गुट के चीफ व्हिप भरत भोगावले ने ‘जय श्रीराम’ की जयकार की। वहीं, इससे पहले शिंदे गुट के मंत्री दीपक केसरकर और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे (ठाकरे गुट) ने एक दूसरे का अभिवादन भी किया। शिवसेना का 2018 का संशोधित संविधान चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में नहीं- विधानसभा स्पीकर: इतना ही नहीं शिवसेना विधायकों की अयोग्यता के केस में फैसला सुनाते हुए महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बोला है कि दोनों धड़ों (शिवसेना के दो गुटों) द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए संविधान पर कोई आम सहमति बिलकुल भी नहीं है। नेतृत्व संरचना पर दोनों पार्टियों के विचार अलग-अलग हैं। एकमात्र पहलू बहुमत का है। मुझे विवाद से पहले मौजूद नेतृत्व संरचना को ध्यान में रखते हुए प्रासंगिक संविधान तय करना पड़ेगा। उन्होंने बोला है कि 2018 का संशोधित संविधान चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में नहीं है। शिवसेना का 1999 का संविधान ही मान्य है। चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में भी शिंदे गुट ही असली शिवसेना है। चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में भी असली शिवसेना शिंदे गुट: उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि मैनें चुनाव आयोग के निर्णय को ध्यान में रखा है। चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में भी असली शिवसेना शिंदे गुट ही है। उन्होंने फैसला सुनाते हुए बोला है कि चुनाव आयोग ने भी शिंदे गुट को ही असली शिवसेना बोला है। शिवसेना का 1999 का संविधान की सर्वोपरि: 16 विधायकों की अयोग्यता पर निर्णय सुनाते हुए विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि शिवसेना का 1999 का संविधान की सर्वोपरि है। हम उनका 2018 का संशोधित संविधान स्वीकार नहीं कर सकते। यह संसोधन चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में नहीं है। उन्होंने इस दौरान शिवसेना के संगठन में चुनाव का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बोला है कि वर्ष 2018 में संगठन में चुनाव नहीं है। हमें 2018 के संगठन नेतृत्व को भी ध्यान में रखना होगा। उन्होंने ये भी बोला है कि मेरे पास सीमित मुद्दा है और वह यह है कि असली शिवसेना कौन है। दोनों ही गुट अपने असली होने का दावा भी कर रहे है। महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बोला है कि शिवसेना के 2018 संशोधित संविधान को वैध नहीं माना जा सकता क्योंकि यह भारत के चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में बिलकुल भी नहीं है। रिकॉर्ड की माने तो मैंने वैध संविधान के रूप में शिव सेना के 1999 के संविधान को ध्यान में रखा है। महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने आगे बोला है कि मैं स्पीकर के रूप में 10वीं धारा के अंतर्गत अधिकार क्षेत्र का प्रयोग कर रहा हूं। अनुसूची का क्षेत्राधिकार सीमित है और यह वेबसाइट पर उपलब्ध ECI के रिकॉर्ड से आगे नहीं जा सकता है और इसलिए मैंने प्रासंगिक नेतृत्व संरचना का निर्धारण करते समय इस पहलू पर विचार अब तक नहीं किया। शिंदे को हटाने का फैसला राष्ट्रीय कार्यकारिणी का होना चाहिए था: विधानसभा स्पीकर ने आगे बोला है कि पार्टी के संविधान के अनुसार मुख्यमंत्री शिंदे को उद्धव गुट हटा नहीं सकते। संविधान में पक्ष प्रमुख का कोई पद नहीं बचा है। साथ ही, विधायक दल के नेता को हटाने का कोई प्रावधान संविधान में भी नहीं है। उन्होंने बोला है कि शिंदे को हटाने का निर्णय राष्ट्रीय कार्यकारिणी का होना चाहिए था। राष्ट्रीय कार्यकारिणी पर उद्धव गुट का रुख साफ नहीं है। इसी के साथ 25 जून 2022 के कार्यकारिणी के प्रस्तावों को स्पीकर ने अमान्य करार दिया है। शिंदे गुट ही असली शिवसेना: विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने असली पार्टी की उद्धव की दलील को भी पूरी तरह से ख़ारिज कर दिया है। उन्होंने निष्कर्ष देते हुए बोला है कि जब बागी गुट बना उस वक्त शिंदे गुट ही असली शिवसेना था। स्पीकर के इस निर्णय से उद्धव गुट को बड़ा झटका लग गया है। अडानी ने भारतीय नौसेना के लिए बनाया आत्मनिर्भर मानवरहित अत्याधुनिक ड्रोन, जानिए क्या है इसकी खासियत अचानक बेपटरी हुई चारमीनार एक्सप्रेस, आधा दर्जन लोग हुए घायल 'मुबारक हो लाला..', शमी को अर्जुन अवार्ड मिलने पर विराट कोहली ने अनोखे अंदाज में दी बधाई