अमृतसर: कृषि संबंधित विधेयकों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सबसे पुराने सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने मोदी सरकार और NDA से संबंध तोड़ लिया है. अब अकाली दल पंजाब सहित पूरे देश के किसानों के लिए आंदोलन आरंभ करेगा. इस आंदोलन का आगाज़ पंजाब में एक अक्टूबर से किया जाएगा. इस अध्यादेश के खिलाफ अकाली दल अनवरत धरना-प्रदर्शन करेगा. एक निजी न्यूज़ चैनल से बात करते हुए में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उन्होंने कोई बलिदान नहीं दिया है बल्कि किसानों की भलाई के लिए सरकार और NDA से रिश्ता तोड़ा है. सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर तंज कसते हुए बादल ने कहा कि यदि वो नेतृत्व करना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने महल से निकलें और किसानों के बीच मैदान में उतरें. वहीं, TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हम किसानों के साथ सुखबीर सिंह बादल और अकाली दल के स्टैंड का समर्थन करते हैं. किसानों के लिए संघर्ष करना TMC के डीएनए में है. 2006 में ममता बनर्जी किसानों के अधिकारों के लिए 26 दिन धरने पर बैठी थीं. हम कृषि विधेयक का विरोध करते हैं क्योंकि ये राज्यों की भूमिका, MSP, PDS और खरीद को जोखिम में डालने वाला है. मोदी सरकार के कार्यकाल में 8 उग्रवादी संगठनों के 644 काडर ने किया सरेंडर - अमित शाह आज नीतीश कुमार से मुलाकात के उपरांत JDU में शामिल होंगे बिहार के DGP तेजस्वी यादव का बड़ा चुनावी ऐलान- सत्ता में आए तो एक साथ 10 लाख नौकरी देंगे