मुंबई : शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अकेले बीएमसी की चुनाव लड़ने की घोषणा होने के बाद आज पार्टी के सांसदों ने बजट से पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में की गई बैठक में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया है। शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने यह भी कहा कि हम महाराष्‍ट्र को अस्थिर नहीं करना चाहते हैं, इसलिए सूबे में कुछ दिनों के लिए हमे गंठबंधन बना के रखना पड़ेगा। संजय राउत ने किरीट सोमैया के बयान का जवाब देते हुए कहा कि कोई भी ऐसे सवाल पूछेगा? लोगों को अपनी औकात में रहना चाहिए। गौरतलब कि शिवसेना बयान के बाद भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा था कि हम चाहते है कि बीएमसी को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएं, इसलिए जो हमारे साथ शामिल होना चाहता है उसका स्वागत है। साथ ही भाजपा देवेंद्र फडणवीस के मांर्गदर्शन के आधार पर बीएमसी में अपनी सरकार भी बनाने जा रही है। वहीं दूसरी ओर शिवसेना नेता व मंत्री रामदास कदम ने कहा कि हम इस्तीफा अपने जेब में लेकर चलते हैं। जब उद्धव बोलेंगे तब सरकार को हम इस्तीफा दे देंगे। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने गंठबंधन टूटने के बाद कहा कि शिवसेना में हिम्मत है सिर्फ बयान न दे बल्कि प्रदेश और केंद्र सरकार से समर्थन वापस ले। शिवसेना ने तोड़ा बीजेपी से गठबंधन, उद्धव ने कहा- शुरू हो गयी है जंग सर्वे : बरकरार है मोदी का मैजिक, अभी चुनाव हुए तो मिलेगी 360 सीटें